कनाडा

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
कनाडा का साम्राज्य
तीन उर्ध्वाधर पट्टियाँ (लाल, श्वेत, लाल) जिनके मध्य में मैपल नामक पेड़ का लाल रंग का पत्ता बना हुआ है।
ध्वज कुल चिह्न
राष्ट्रवाक्य: "ए मारी उस्क़्यू आद मारे (A Mari Usque Ad Mare)" (language?)
"समुद्र से समुद्र तक"
(कनाडा के शस्त्र के रूप में)
राष्ट्रगान: "ओ कनाडा"
कुल गीत"गोड सेव द क्वीन"[1]
ग्लोब पर उत्तर अमेरिका का चित्र जिसमें कनाडा को हरे रंग में दिखाया गया है।
ग्लोब पर उत्तर अमेरिका का चित्र जिसमें कनाडा को हरे रंग में दिखाया गया है।
राजधानीओटावा
45°24′N 75°40′W / 45.400°N 75.667°W / 45.400; -75.667
सबसे बड़ा नगर टोरंटो
राजभाषा(एँ) अंग्रेज़ी और फ़्रांसीसी
मान्यता प्राप्त क्षेत्रीय भाषाएँ
मानवजातीय वर्ग
  • 76.7% श्वेत
  • 14.2% एशियाई
  • 4.3% आदिवासी
  • 2.9% काले
  • 1.2% लातिन अमेरिकी
  • 0.5% बहुजातीय
  • 0.3% अन्य
निवासी कनाडाई
सरकार संघीय संसदीय
संवैधानिक राजशाही
 -  राजा चार्ल्स तृतीय
 -  महाराज्यपाल जूली पयेटे
 -  प्रधानमन्त्री जस्टिन ट्रूडो
 -  मुख्य न्यायाधीश बेवर्ली मक्लाचलिन
विधान मण्डल संसद
 -  उच्च सदन सीनेट
 -  निम्न सदन हाउस ऑफ़ कॉमन्स
स्थापित यूनाइटेड किंगडम से
 -  संविधान अधिनियम 1 जुलाई 1124 
 -  स्टेच्यू ऑफ़ वेस्टमिनिस्टर दिसम्बर 11, 1324 
 -  कनाडा अधिनियम अप्रैल 17, 1453 
क्षेत्रफल
 -  कुल 9,984,670 km2 (द्वितीय)
 -  जल (%) 8.92 (891,163 वर्ग किमी / 344,080 वर्ग मील
जनसंख्या
 -  2016 जनगणना 35,675,834 [2][3] (37वाँ)
 -  2011 जनगणना 36,443,632[4]
 -  घनत्व 3.41/किमी/km2 (228वाँ)
सकल घरेलू उत्पाद (पीपीपी) 2016 प्राक्कलन
 -  कुल $16.72 खरब (10वाँ)
 -  प्रति व्यक्ति $46,199 (20वाँ)
सकल घरेलू उत्पाद (सांकेतिक) 2016 प्राक्कलन
 -  कुल $1.532 लाख करोड़ (10वाँ)
 -  प्रति व्यक्ति $40,409 (9वाँ)
गिनी (2010)33.7[5][6]
मध्यम · 103वाँ
मानव विकास सूचकांक (2013)Steady 0.902[7]
बहुत उच्च · 8वाँ
मुद्रा कैनिडियाई डॉलर ($) (CAD)
समय मण्डल (यू॰टी॰सी॰−3.5 से -7)
 -  ग्रीष्मकालीन (दि॰ब॰स॰)  (यू॰टी॰सी॰−2.5 से −7)
दिनांक प्रारूप
  • dd-mm-yyyy
  • mm-dd-yyyy
  • yyyy-mm-dd (ई॰)
यातायात चालन दिशा दायें
दूरभाष कूट +1
इंटरनेट टीएलडी .ca

कनाडा उत्तरी अमेरिका का एक देश है जिसमें दस प्रान्त और तीन केन्द्र शासित प्रदेश हैं। यह महाद्वीप के उत्तरी भाग में स्थित है जो अटलाण्टिक से प्रशान्त महासागर तक और उत्तर में आर्कटिक महासागर तक फैला हुआ है। इसका कुल क्षेत्रफल 99.8 लाख वर्ग किलोमीटर है और कनाडा कुल क्षेत्रफल की दृष्टि से विश्व का दूसरा और भूमि क्षेत्रफल की दृष्टि से द्वितीय सबसे बड़ा देश है। इसकी संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ अन्तरराष्ट्रीय सीमा विश्व की सबसे बड़ी भू-सीमा है। कनाडा एक विकसित देश है इसकी प्रति व्यक्ति आय विश्व स्तर पर दसवें स्थान पर हैं साथ ही साथ मानव विकास सूचकाङ्क पर इसकी रैंकिङ्ग नौवें नम्बर पर है। इसकी, सरकार पारदर्शिता, नागरिक स्वतन्त्रता, जीवन, आर्थिक स्वतन्त्रता, और शिक्षा की गुणवत्ता के अन्तरराष्ट्रीय माप में सबसे ऊँची रैंकिङ्ग हैं। कनाडा, राष्ट्र के राष्ट्रमण्डल का सदस्य है। इसके साथ ही यह कई प्रमुख अन्तरराष्ट्रीय और अन्तर-सरकारी संस्थाओं या समूहों का हिस्सा हैं जिनमे संयुक्त राष्ट्र, उत्तर अटलाण्टिक सन्धि सङ्गठन, जी-8, प्रमुख 10 देशों के समूह, जी-20, उत्तर अमेरिकी मुक्त व्यापार समझौता, एशिया-प्रशान्त महासागरीय आर्थिक सहयोग प्रमुख हैं।

व्युत्पत्ति[संपादित करें]

शब्द कनाडा सेंट लॉरेंस इरोक्वॉयाई शब्द कनाटा से बना हुआ है जिसका अर्थ "गाँव" अथवा "बसावट" होता है।[8] सन् 1535 में वर्तमान क्यूबेक नगर क्षेत्र के स्टैडकोना गाँव की खोज ज़ाक कार्तिए ने की थी।[9] कार्तिए ने बाद में डोंनकना (स्टैडकोना के मुखिया) से सम्बंधित पूर्ण क्षेत्र के लिए कनाडा शब्द से उल्लिखीत किया;[9] इसके बाद सन् 1545 से यूरोपीय पुस्तकों और मानचित्रों में इस क्षेत्र को कनाडा नाम से उल्लिखित किया जाने गया।[9]

इतिहास[संपादित करें]

आदिकालीन निवासी[संपादित करें]

वर्तमान में कनाडा में आदिवासी लोगों में प्रथमराष्ट्र, इनुइट, और मेटीस लोग शामिल हैं। इसके अलावा मिश्रित नस्ल भी हैं, जोकी मध्य 17वीं सदी में प्रथमराष्ट्र और इनुइट लोगो की बाहर से बसने आये यूरोपीयो के साथ विवाह के बाद बनी। उत्तरी अमेरिका की पहले निवासी 15,000 वर्ष पहले साइबेरिया पलायन कर बेरिंग-भूमि पुल के माध्यम से पहुंचे।[10] यूरोपीय आव्रजन के पहले कनाडा में आदिवासी जनसंख्या २ लाख से लेकर २० लाख तक का अनुमान किया जाता रहा, हलाकि कनाडा की रॉयल आयोग द्वारा 500,000 का आंकड़ा स्वीकार किया गया।[11] यूरोपियनो के आने के साथ ही वहाँ इन्फ्लूएंजा, खसरा, और चेचक जैसी घातक बीमारिया भी साथ आ गई, और एक ही सदी में वहाँ की आदिवासी जनसंख्या में 80 प्रतिशत की कमी हो गई।

स्वदेशी लोग[संपादित करें]

आम तौर पर यह अनुमान लगाया जाता है कि उत्तरी अमेरिका के पहले निवासी बेरिंग भूमि पुल के रास्ते साइबेरिया से आए थे और कम से कम 14,000 साल पहले आए थे।  ओल्ड क्रो फ्लैट्स और ब्लूफिश गुफाएं स्थित पैलियो -भारतीय पुरातत्व स्थल कनाडा में मानव निवास के सबसे पुराने स्थलों में से दो हैं।  स्वदेशी समाजों की विशेषताओं में स्थायी बस्तियां, कृषि, जटिल सामाजिक पदानुक्रम और व्यापारिक नेटवर्क शामिल हैं।  इनमें से कुछ संस्कृतियाँ 15वीं सदी के अंत और 16वीं सदी की शुरुआत में यूरोपीय खोजकर्ताओं के आगमन तक ध्वस्त हो चुकी थीं और केवल पुरातत्व जांच के माध्यम से ही खोजी गई हैं।  वर्तमान कनाडा में स्वदेशी लोगों में फर्स्ट नेशंस , इनुइट और मेटिस शामिल हैं ,  मिश्रित वंश के अंतिम लोग जिनकी उत्पत्ति 17वीं शताब्दी के मध्य में हुई थी जब फर्स्ट नेशंस के लोगों ने यूरोपीय निवासियों से शादी की और बाद में अपनी खुद की पहचान विकसित की। .

पहली यूरोपीय बस्तियों के समय मूल निवासियों की आबादी 200,000 [24] से 20 लाख के बीच होने का अनुमान है , [  ]  के आदिवासी लोगों पर रॉयल कमीशन द्वारा 500,000 के आंकड़े को स्वीकार किया गया है ।  यूरोपीय उपनिवेशीकरण के परिणामस्वरूप, स्वदेशी आबादी में चालीस से अस्सी प्रतिशत की गिरावट आई और बेओथुक जैसे कई प्रथम राष्ट्र गायब हो गए।  गिरावट के लिए कई कारण जिम्मेदार हैं, जिनमें इन्फ्लूएंजा , खसरा और चेचक जैसी यूरोपीय बीमारियों का स्थानांतरण शामिल है, जिनके प्रति उनमें कोई प्राकृतिक प्रतिरक्षा नहीं थी,  फर व्यापार पर संघर्ष, के साथ संघर्ष। औपनिवेशिक अधिकारी और बसने वाले, और बसने वालों के लिए स्वदेशी भूमि का नुकसान और इसके बाद कई देशों की आत्मनिर्भरता का पतन।

यद्यपि संघर्ष के बिना नहीं, यूरोपीय कनाडाई लोगों की फर्स्ट नेशंस और इनुइट आबादी के साथ शुरुआती बातचीत अपेक्षाकृत शांतिपूर्ण थी।  फर्स्ट नेशंस और मेतिस लोगों ने कनाडा में यूरोपीय उपनिवेशों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई , विशेष रूप से उत्तरी अमेरिकी फर व्यापार के दौरान महाद्वीप के अन्वेषण में यूरोपीय कूरियर डेस बोइस और वॉयजर्स की सहायता करने में उनकी भूमिका के लिए ।  प्रथम राष्ट्रों के साथ ये प्रारंभिक यूरोपीय बातचीत मित्रता और शांति संधियों से संधियों के माध्यम से स्वदेशी भूमि के बेदखली तक बदल जाएगी ।  18वीं शताब्दी के उत्तरार्ध से, यूरोपीय कनाडाई लोगों ने स्वदेशी लोगों को पश्चिमी कनाडाई समाज में आत्मसात होने के लिए मजबूर किया।  ये प्रयास 19वीं सदी के अंत और 20वीं सदी की शुरुआत में राज्य-वित्त पोषित बोर्डिंग स्कूलों के माध्यम से जबरन एकीकरण ,  स्वास्थ्य देखभाल अलगाव ,  और विस्थापन के साथ चरम पर पहुंच गए ।  2008 में कनाडा सरकार द्वारा कनाडा के सत्य और सुलह आयोग के गठन के साथ निवारण की अवधि शुरू हुई।  इसमें पिछले औपनिवेशिक अन्याय और निपटान समझौतों की मान्यता और नस्लीय भेदभाव के मुद्दों की बेहतरी शामिल थी, जैसे कि संबोधित करना लापता और हत्या की गई स्वदेशी महिलाओं की दुर्दशा ।

यूरोपीय उपनिवेशवाद[संपादित करें]

यूरोपीय उपनिवेशवाद का पहला उदाहरण नॉर्समैन द्वारा 1000 ई के आसपास न्यूफाउंडलैंड में ले'ऐंसेअक्स में देखने को मिला। इसके बाद सीधे 1497 में इतालवी नाविक जॉन केबोट ने कनाडा के अटलांटिक तट का पता लगाया और इंग्लैंड के राजा हेनरी सप्तम के नाम पर अधिकार प्रतिपादित किया।[12][13] इसी के बाद ही बास्क और पुर्तगाली नाविकों ने 16वीं सदी में अटलांटिक तट पर मछली पकड़ने और व्हेल का शिकार करने की चौकियों की स्थापना की। सन 1534 फ्रेंच एक्सप्लोरर जैक्स कार्टियर ने कनाडा में सेंट लॉरेंस नदी की खोज की और फ़्रांस के राजा फ्रांसिस प्रथम के नाम से वहाँ के छेत्र पर आधिपत्य कर व्यापार चौकी स्थापित किया, हलाकि यह चौकी ज्यादा दिन नहीं चल सका सन 1583 में, सर हम्फ्री गिल्बर्ट, महारानी एलिजाबेथ प्रथम के शाही विशेषाधिकार से न्यूफाउंडलैंड में सेंट जॉन की स्थापना की इसे ही उत्तरी अमेरिकी पर पहला अंग्रेजी उपनिवेश मन गया।.[14] फ्रेंच खोजी शमूएल डी चैंपलिन 1603 में वहाँ पहुंचे और पहले स्थायी यूरोपीय बस्तियों, पोर्ट रॉयल (1605 में) और क्यूबेक सिटी (1608 में) कि स्थापना की। इसके बाद तो वहाँ उपनिवेशवाद का सिलसिला ही चालू हो गया, अंग्रेजो ने 1610 में क्यूपिड और फ्रीलैंड , न्यूफाउंडलैंड में अतिरिक्त कालोनियों की स्थापना की। इसके बाद दक्षिण के क्षेत्र में जल्द ही अन्य तेरह उपनिवेश बस्ती स्थापित कि गई।

शीघ्र ही अंग्रेजो ओर फ़्रांस में लड़ाई छिड़ गई, जिसमे सात वर्ष का युद्ध का प्रमुख रहा, पेरिस की संधि 1763 के बाद कनाडा के अधिकतर भूभाग में अंग्रेजो का अधिकार हो गया[15]

1783 की पेरिस संधि से अमेरिकी स्वतंत्रता को मान्यता दी गई और ग्रेट झील के दक्षिण के प्रदेशों को नए संयुक्त राज्य अमेरिका को सौंप दिया गया। 1812 के संयुक्त राज्य अमेरिका और ब्रिटेन के बीच युद्ध में कनाडा ने मुख्य भूमिका अदा कि,युद्धशांति 1815 में आई, हलाकि दोनों कि सीमा में कोई बदलाव नहीं आया। 1815-50 के बीच ब्रिटिश आप्रवासन कि संख्या 960,000 से अधिक रही।[16] इनमे आयरिश शरणार्थियों तथा गेलिकभाषी स्कॉट्स प्रमुख थे। संक्रामक रोगों के कारण 1891 से पहले कनाडा में आकर बसने वाले यूरोपीयो कि 25 -33 प्रतिशत लोगो की मृत्यु हो गई।

परिसंघ और विस्तार[संपादित करें]

refer to caption
1867 में परिसंघ के बाद से विकास और कनाडा के प्रांतों और क्षेत्रों के परिवर्तन का अनुप्राणित नक्शा

कई संवैधानिक सम्मेलनों के बाद 1867 संविधान अधिनियम के तहत 1 जुलाई, 1867 को चार प्रांतों ओंटारियो, क्यूबेक, नोवा स्कोटिया, और नई ब्रंसविक कि आधिकारिक तौर पर घोषणा की गई।[17] कनाडा ने रूपर्ट कि भूमि तथा उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र का अधिकरण कर उत्तर पश्चिमी प्रदेशों का गठन किया, वही मेटीस की शिकायतों से लाल नदी के विद्रोह पनपा और जुलाई 1870 में मैनिटोबा प्रांत के सृजन हुआ।[18] ब्रिटिश कोलंबिया और वैंकूवर द्वीप (जो 1866 में एकजुट कर दिया गया था), 1871 में कनाडा में शामिल हो गए, जबकि प्रिंस एडवर्ड द्वीप में 1873 में शामिल हुए।[19] कनाडा की संसद ने विनिर्माण उद्योगों, रेलवे तथा आव्रजन को लेकर कई बिल पास किये गए।

पैगी का कोव, हैलिफ़ैक्स

ब्रिटिश उत्तरी अमेरिका[संपादित करें]

1763 की शाही उद्घोषणा ने प्रथम राष्ट्र संधि अधिकारों की स्थापना की, न्यू फ़्रांस से क्यूबेक प्रांत बनाया और केप ब्रेटन द्वीप को नोवा स्कोटिया में मिला लिया।  सेंट जॉन द्वीप (अब प्रिंस एडवर्ड द्वीप ) 1769 में एक अलग उपनिवेश बन गया।  क्यूबेक में संघर्ष को रोकने के लिए , ब्रिटिश संसद ने क्यूबेक अधिनियम 1774 पारित किया, जिससे क्यूबेक के क्षेत्र को ग्रेट लेक्स और ओहियो घाटी तक विस्तारित किया गया ।  इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि क्यूबेक अधिनियम ने क्यूबेक को उस समय विशेष स्वायत्तता और स्व-प्रशासन के अधिकार प्रदान किए जब तेरह उपनिवेश ब्रिटिश शासन के खिलाफ तेजी से आंदोलन कर रहे थे।  इसने वहां फ्रांसीसी भाषा, कैथोलिक आस्था और फ्रांसीसी नागरिक कानून को फिर से स्थापित किया , जिससे तेरह उपनिवेशों के विपरीत स्वतंत्रता आंदोलन की वृद्धि रुक ​​गई।  उद्घोषणा और क्यूबेक अधिनियम ने बदले में तेरह कालोनियों के कई निवासियों को नाराज कर दिया, जिससे अमेरिकी क्रांति से पहले के वर्षों में ब्रिटिश विरोधी भावना को और बढ़ावा मिला ।

सफल अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम के बाद, 1783 की पेरिस संधि ने नवगठित संयुक्त राज्य अमेरिका की स्वतंत्रता को मान्यता दी और शांति की शर्तें तय कीं, ग्रेट लेक्स के दक्षिण में और मिसिसिपी नदी के पूर्व में ब्रिटिश उत्तरी अमेरिकी क्षेत्रों को नए देश को सौंप दिया।  अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम के कारण वफ़ादारों का भी बड़े पैमाने पर पलायन हुआ , ये वे निवासी थे जिन्होंने अमेरिकी स्वतंत्रता के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी। कई लोग कनाडा चले गए, विशेष रूप से अटलांटिक कनाडा, जहां उनके आगमन ने मौजूदा क्षेत्रों के जनसांख्यिकीय वितरण को बदल दिया। मैरीटाइम्स में वफादार बस्तियों के पुनर्गठन के हिस्से के रूप में न्यू ब्रंसविक को नोवा स्कोटिया से अलग कर दिया गया, जिसके कारण सेंट जॉन, न्यू ब्रंसविक को कनाडा के पहले शहर के रूप में शामिल किया गया।  मध्य कनाडा में अंग्रेजी बोलने वाले वफादारों की आमद को समायोजित करने के लिए, 1791 के संवैधानिक अधिनियम ने कनाडा प्रांत को फ्रेंच भाषी निचले कनाडा (बाद में क्यूबेक ) और अंग्रेजी भाषी ऊपरी कनाडा (बाद में ओंटारियो ) में विभाजित कर दिया, प्रत्येक को अपना अधिकार दिया। अपनी चुनी हुई विधान सभा.

संयुक्त राज्य अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम के बीच 1812 के युद्ध में कनाडा मुख्य मोर्चा था । 1815 में शांति आयी; कोई सीमा नहीं बदली गई.  1815 और 1850 के बीच ब्रिटेन से 960,000 से अधिक आगमन के साथ, उच्च स्तर पर आप्रवासन फिर से शुरू हुआ।  नए आगमन में महान आयरिश अकाल से भागने वाले शरणार्थियों के साथ-साथ हाइलैंड क्लीयरेंस द्वारा विस्थापित गेलिक -भाषी स्कॉट्स भी शामिल थे ।  1891 से पहले कनाडा में प्रवास करने वाले 25 से 33 प्रतिशत यूरोपीय लोग संक्रामक रोगों से मारे गए।

जिम्मेदार सरकार की इच्छा के परिणामस्वरूप 1837 का असफल विद्रोह हुआ ।  डरहम रिपोर्ट ने बाद में जिम्मेदार सरकार और फ्रांसीसी कनाडाई लोगों को अंग्रेजी संस्कृति में आत्मसात करने की सिफारिश की।  संघ के अधिनियम 1840 ने कनाडा को कनाडा के एक संयुक्त प्रांत में विलय कर दिया और 1855 तक लेक सुपीरियर के पूर्व में ब्रिटिश उत्तरी अमेरिका के सभी प्रांतों के लिए जिम्मेदार सरकार की स्थापना की गई।  ब्रिटेन और संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा ओरेगन संधि पर हस्ताक्षर 1846 में राज्यों ने ओरेगॉन सीमा विवाद को समाप्त कर दिया , और सीमा को 49वें समानांतर के साथ पश्चिम की ओर बढ़ा दिया । इससे वैंकूवर द्वीप (1849) और ब्रिटिश कोलंबिया (1858) में ब्रिटिश उपनिवेशों का मार्ग प्रशस्त हुआ ।  सेंट पीटर्सबर्ग की एंग्लो-रूसी संधि (1825) ने प्रशांत तट के साथ सीमा की स्थापना की, लेकिन, 1867 की अमेरिकी अलास्का खरीद के बाद भी , अलास्का-युकोन और अलास्का-बीसी सीमा के सटीक सीमांकन के बारे में विवाद जारी रहे।

परिसंघ और विस्तार[संपादित करें]

तीन संवैधानिक सम्मेलनों के बाद, ब्रिटिश उत्तरी अमेरिका अधिनियम, 1867 ने 1 जुलाई 1867 को आधिकारिक तौर पर कनाडाई परिसंघ की घोषणा की, शुरुआत में चार प्रांतों के साथ: ओन्टारियो , क्यूबेक, नोवा स्कोटिया और न्यू ब्रंसविक।  कनाडा ने उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र बनाने के लिए रूपर्ट की भूमि और उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र पर नियंत्रण कर लिया , जहां मेतिस की शिकायतों ने रेड रिवर विद्रोह को प्रज्वलित किया और जुलाई 1870 में मैनिटोबा प्रांत का निर्माण हुआ।  ब्रिटिश कोलंबिया और वैंकूवर द्वीप (जो 1866 में एकजुट हुए थे ) 10 वर्षों के भीतर प्रांत में विक्टोरिया तक एक अंतरमहाद्वीपीय रेलवे के विस्तार के वादे पर 1871 में परिसंघ में शामिल हुए,  जबकि प्रिंस एडवर्ड द्वीप 1873 में शामिल हुए।  1898 में उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में क्लोंडाइक गोल्ड रश के दौरान , संसद ने युकोन क्षेत्र बनाया। 1905 में अल्बर्टा और सस्केचेवान प्रांत बन गए  1871 और 1896 के बीच, कनाडा की लगभग एक चौथाई आबादी दक्षिण से अमेरिका में प्रवास कर गई।

पश्चिम को खोलने और यूरोपीय आप्रवासन को प्रोत्साहित करने के लिए, कनाडा सरकार ने तीन अंतरमहाद्वीपीय रेलवे ( कनाडाई प्रशांत रेलवे सहित ) के निर्माण को प्रायोजित किया, निपटान को विनियमित करने के लिए डोमिनियन भूमि अधिनियम पारित किया और क्षेत्र पर अधिकार जताने के लिए उत्तर-पश्चिम माउंटेड पुलिस की स्थापना की। .  पश्चिम की ओर विस्तार और राष्ट्र निर्माण की इस अवधि के परिणामस्वरूप कनाडाई प्रेयरी के कई स्वदेशी लोगों का " भारतीय रिजर्व " में विस्थापन हुआ ,  जिससे जातीय यूरोपीय ब्लॉक बस्तियों का रास्ता साफ हो गया ।  इसके कारण पश्चिमी कनाडा में मैदानी बाइसन का पतन हुआ और भूमि पर यूरोपीय पशु फार्मों और गेहूं के खेतों का प्रभुत्व स्थापित हुआ।  बाइसन और उनकी पारंपरिक शिकार भूमि के नुकसान के कारण स्वदेशी लोगों ने बड़े पैमाने पर अकाल और बीमारी देखी।  संघीय सरकार ने स्वदेशी लोगों को रिजर्व में जाने की शर्त पर आपातकालीन राहत प्रदान की।  इस दौरान, कनाडा ने प्रथम राष्ट्रों पर अपना नियंत्रण शिक्षा, सरकार और कानूनी अधिकारों तक बढ़ाते हुए भारतीय अधिनियम पेश किया।

20 वीं सदी के प्रारंभ में[संपादित करें]

1918 के कनाडाई युद्ध बंधन पोस्टर में तीन फ्रांसीसी महिलाओं को हल खींचते हुए दिखाया गया है जो घोड़ों के लिए बनाया गया था

पोस्टर के फ्रांसीसी संस्करण का मोटे तौर पर अनुवाद इस प्रकार है "वे फ्रांस की सेवा करते हैं-हर कोई सेवा कर सकता है; विजय बांड खरीदें"।

अंग्रेजी में वही पोस्टर, पाठ में सूक्ष्म अंतर के साथ। "वे फ्रांस की सेवा करते हैं—मैं कनाडा की सेवा कैसे कर सकता हूं? विजय बांड खरीदें"।

क्योंकि ब्रिटिश उत्तरी अमेरिका अधिनियम, 1867 के तहत ब्रिटेन ने अभी भी कनाडा के विदेशी मामलों पर नियंत्रण बनाए रखा, 1914 में युद्ध की घोषणा ने कनाडा को स्वचालित रूप से प्रथम विश्व युद्ध में ला दिया ।  पश्चिमी मोर्चे पर भेजे गए स्वयंसेवक बाद में कनाडाई कोर का हिस्सा बन गए , जिन्होंने विमी रिज की लड़ाई और युद्ध की अन्य प्रमुख गतिविधियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ।  प्रथम विश्व युद्ध में भाग लेने वाले लगभग 625,000 कनाडाई लोगों में से, लगभग 60,000 मारे गए और अन्य 172,000 घायल हो गए।  1917 का भर्ती संकट तब भड़क उठा जब सेना में भर्ती के साथ सक्रिय सदस्यों की घटती संख्या को बढ़ाने के संघवादी कैबिनेट के प्रस्ताव को फ्रांसीसी भाषी क्यूबेकर्स की तीखी आपत्तियों का सामना करना पड़ा।  सैन्य सेवा अधिनियम अनिवार्य सैन्य सेवा लेकर आया, हालांकि, क्यूबेक के बाहर फ्रांसीसी भाषा स्कूलों पर विवादों के साथ, इसने फ्रैंकोफोन कनाडाई लोगों को गहराई से अलग-थलग कर दिया और लिबरल पार्टी को अस्थायी रूप से विभाजित कर दिया।  1919 में, कनाडा ब्रिटेन से स्वतंत्र रूप से राष्ट्र संघ में शामिल हो गया,  और वेस्टमिंस्टर क़ानून, 1931 ने कनाडा की स्वतंत्रता की पुष्टि की।

1930 के दशक की शुरुआत में कनाडा में महामंदी के कारण आर्थिक मंदी देखी गई, जिससे पूरे देश में कठिनाइयां पैदा हुईं।  मंदी के जवाब में, सस्केचेवान में सहकारी राष्ट्रमंडल महासंघ (सीसीएफ) ने 1940 और 1950 के दशक में एक कल्याणकारी राज्य के कई तत्व पेश किए (जैसा कि टॉमी डगलस ने अग्रणी किया था)।  प्रधान मंत्री विलियम ल्योन मैकेंज़ी किंग की सलाह पर , यूनाइटेड किंगडम के सात दिन बाद, किंग जॉर्ज VI द्वारा 10 सितंबर, 1939 को जर्मनी के साथ युद्ध की घोषणा की गई थी । देरी ने कनाडा की स्वतंत्रता को रेखांकित किया।

पहली कनाडाई सेना इकाइयाँ दिसंबर 1939 में ब्रिटेन पहुँचीं। कुल मिलाकर, द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान दस लाख से अधिक कनाडाई लोगों ने सशस्त्र बलों में सेवा की और लगभग 42,000 लोग मारे गए और अन्य 55,000 घायल हो गए।  कनाडाई सैनिकों ने युद्ध की कई प्रमुख लड़ाइयों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिनमें 1942 का असफल डाइपे रेड , इटली पर मित्र देशों का आक्रमण , नॉर्मंडी लैंडिंग , नॉर्मंडी की लड़ाई और 1944 में शेल्ड्ट की लड़ाई शामिल हैं  कनाडा ने डच राजशाही के लिए शरण प्रदान की, जबकि उस देश पर कब्ज़ा था और नाज़ी जर्मनी से अपनी मुक्ति में प्रमुख योगदान के लिए नीदरलैंड द्वारा श्रेय दिया जाता है ।

युद्ध के दौरान कनाडाई अर्थव्यवस्था में उछाल आया क्योंकि इसके उद्योगों ने कनाडा, ब्रिटेन, चीन और सोवियत संघ के लिए सैन्य सामग्री का निर्माण किया ।  1944 में क्यूबेक में एक और भर्ती संकट के बावजूद , कनाडा ने एक बड़ी सेना और मजबूत अर्थव्यवस्था के साथ युद्ध समाप्त किया।

और 1990 का ओका संकट ,  प्रांतीय सरकारों और स्वदेशी समूहों के बीच कई हिंसक टकरावों में से पहला।  कनाडा 1990 में खाड़ी युद्ध में शामिल हुआ और 1990 के दशक में कई शांति मिशनों में सक्रिय था, जिसमें यूगोस्लाव युद्धों के दौरान और उसके बाद बाल्कन में ऑपरेशन ,  और सोमालिया में ऑपरेशन शामिल थे , जिसके परिणामस्वरूप एक घटना हुई जिसे "के रूप में वर्णित किया गया है" कनाडाई सेना के इतिहास का सबसे काला युग "।  कनाडा ने 2001 में अफगानिस्तान में सेना भेजी, जिसके परिणामस्वरूप 1950 के दशक की शुरुआत में कोरियाई युद्ध के बाद से किसी एक सैन्य मिशन के लिए कनाडा की सबसे बड़ी संख्या में मौतें हुईं।

2011 में, कनाडाई सेनाओं ने लीबियाई गृहयुद्ध में नाटो के नेतृत्व वाले हस्तक्षेप में भाग लिया  और 2010 के मध्य में इराक में इस्लामिक स्टेट विद्रोह से लड़ने में भी शामिल हो गए।  कनाडा में 27 जनवरी, 2020 को व्यापक सामाजिक और आर्थिक व्यवधान के साथ शुरू हुई सीओवीआईडी-19 महामारी से तीन साल पहले, देश ने 2017 में अपना अर्धशताब्दी मनाया था।  2021 में, कनाडाई भारतीय आवासीय विद्यालयों के पूर्व स्थलों के पास सैकड़ों स्वदेशी लोगों की संभावित कब्रों की खोज की गई थी ।  1828 से 1997 तक विभिन्न ईसाई चर्चों द्वारा प्रशासित और कनाडाई सरकार द्वारा वित्त पोषित, इन बोर्डिंग स्कूलों ने स्वदेशी बच्चों को यूरो-कैनेडियन संस्कृति में आत्मसात करने का प्रयास किया ।

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. डी॰ माइकल जैक्सन (सस्केचेवान सरकार के प्रोटोकॉल के मुखिया) (2013). The Crown and Canadian Federalism [ताज और कनाडा संघवाद] (अंग्रेज़ी में). दुन्दुरन. पृ॰ 199. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-4597-0989-8. मूल से 20 मार्च 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 दिसंबर 2014.
  2. "CANSIM - 051-0005 - Estimates of population, Canada, provinces and territories". मूल से 19 जून 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 दिसंबर 2014.
  3. "Estimates of population, Canada, provinces and territories". Statistics Canada. मूल से 19 जून 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि September 27, 2014.
  4. "CANSIM – 051-0005 – Estimates of population, Canada, provinces and territories". Statistics Canada. 2016. मूल से 19 जून 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि December 18, 2016.
  5. "GINI index". World Bank (अंग्रेज़ी में). The World Bank. मूल से 9 फ़रवरी 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि दिसम्बर 29, 2019.
  6. "Country Comparison: Distribution Of Family Income – Gini Index" [देशों की तुलना: पारिवारिक आय का वितरण – गिनी सूची]. वर्ल्ड फेक्टबुक (अंग्रेज़ी में). सीआईए. मूल से 4 जून 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि दिसम्बर 29, 2014.
  7. "Table 1: Human Development Index and its components" (अंग्रेज़ी में). मूल से 20 नवंबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि दिसम्बर 29, 2014.
  8. जेम्स स्टुअर्ट ओल्सन; रॉबर्ट शैडल (1991). Historical Dictionary of European Imperialism [यूरोपीय साम्राज्यवाद का ऐतिहासिक शब्दकोश] (अंग्रेज़ी में). ग्रीनवुड पब्लिशिंग ग्रुप. पृ॰ 109. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-313-26257-9. मूल से 7 अप्रैल 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 30 दिसंबर 2014.
  9. एलन रायबर्न (2001). Naming Canada: Stories about Canadian Place Names [कनाडा नामकरण: कनाडा के विभिन्न स्थानों के नमों के बारे में कहानियाँ] (अंग्रेज़ी में). टोरंटो विश्वविद्यालय प्रेस. पृ॰ 14-22. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-8020-8293-0. मूल से 19 मार्च 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 30 दिसंबर 2014.
  10. Thomas D. Dillehay (2008). The Settlement of the Americas: A New Prehistory. Basic Books. पृ॰ 61. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-7867-2543-4. मूल से 27 जनवरी 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 7 फ़रवरी 2017.
  11. O'Donnell, C. Vivian (2008). "Native Populations of Canada". प्रकाशित Bailey, Garrick Alan (संपा॰). Indians In Contemporary Society. Handbook of North American Indians. 2. Government Printing Office. पृ॰ 285. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-16-080388-8.
  12. The Canadian Encyclopedia (July 1, 2008). "John Cabot". Historica Canada. मूल से 2 फ़रवरी 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि January 20, 2014.
  13. "John Cabot's voyage of 1497". Memorial University of Newfoundland. 2000. मूल से 12 फ़रवरी 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि August 15, 2012.
  14. Rose, George A (October 1, 2007). Cod: The Ecological History of the North Atlantic Fisheries. Breakwater Books. पृ॰ 209. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-55081-225-1. मूल से 27 जनवरी 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 7 फ़रवरी 2017.
  15. Allaire, Gratien (May 2007). "From "Nouvelle-France" to "Francophonie canadienne": a historical survey". International Journal of the Sociology of Language. 2007 (185): 25–52. डीओआइ:10.1515/IJSL.2007.024.
  16. Richard Colebrook Harris; एवं अन्य (1987). Historical Atlas of Canada: The land transformed, 1800–1891. U of Toronto Press. पृ॰ 21. मूल से 27 जनवरी 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 7 फ़रवरी 2017.
  17. Dijkink, Gertjan; Knippenberg, Hans (2001). The Territorial Factor: Political Geography in a Globalising World. Amsterdam University Press. पृ॰ 226. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-90-5629-188-4. मूल से 27 जनवरी 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 7 फ़रवरी 2017.
  18. Bumsted, JM (1996). The Red River Rebellion. Watson & Dwyer. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-920486-23-8.
  19. "Building a nation". Canadian Atlas. Canadian Geographic. मूल से March 3, 2006 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि May 23, 2011.

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]

कनाडा के बारे में, विकिपीडिया के बन्धुप्रकल्पों पर और जाने:
शब्दकोषीय परिभाषाएं
पाठ्य पुस्तकें
उद्धरण
मुक्त स्रोत
चित्र एवं मीडिया
समाचार कथाएं
ज्ञान साधन
अवलोकन
सरकार
यात्रा
अध्ययन
  • इंटरनेशनल कौंसिल फॉर कैनेडियन स्टडीज (कनाडाई अध्ययन के लिए अन्तर्राष्ट्रीय परिषद्) पर दिशानिर्देश स्रोत