सामग्री पर जाएँ

कान्स्टण्टैन ३

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से

कान्स्टण्टैन ३ पक्ष्चिमी रोमान सम्राट थे। उनकी म्रतयु १८ सित्ंबर ४११ में हुआ। उनहोनें खुद को पक्ष्चिमी रोमन सम्राट घोषित किया। लेकिन इस सम्राट को पकडा और उनकी फांसी हुइ।


कान्स्टणटैन के पूर्ववर्ती ग्राशियन है और उत्तराधिकारी होनोरियस था। उसकी पतनी का नाम के बारे में कोइ भी जानकारी नहीं है। कान्स्टण्टैन का धर्म नायसिन ईसाइ था। उनहे सह-सम्राट माना गया था। सन ४०८ मे इताल्वी बलों एकजुट होकर हमला करने चाहा लेकिन कान्स्टण्टैन के पास कोइ और योजनाऍ था। हमले होने के डर में कन्स्टण्टैन ने अपने बडे बेटे कान्स्टण्स को बुलावा दिया। कान्स्टण्स ने पिता के पुकारनें से मठ चोडकर आया। पिता कान्स्टण्टैन ने बेटे को सीसर नाम दिया और उसे सह-सम्राट बनाया। सीसर को सेनापति के साथ हिसपेनिया बेजा जया। होनोरस के चचेरे भाई को पकडा गया।


डिडिमस और वेरानियस को पकडा गया और लगोडियस और थियोडोलफस ने गायब हो गाया। कानस्टण्टैन के बेटे कान्स्टण्स ने अपनी पतनी और ग्रहस्थी चोडकर अरलेस के यात्रा में चले गये। उसी समय कुलीन सटिलेको कि म्रत्यू हुइ। पश्चिमी सेनापति सरस ने सेना को परित्यक्त किया और बिना सैन्य-शक्थि अपने सम्राट होनोरियस को रवेन्ना में चोडा। उसी वक्त कान्स्टणटैन के दूत रवेन्ना में था और डर से बरा हुआ होनोरियस ने कान्स्टणटैन को सह-सम्राट माना। दोनों एक साथ मिलकर ४०४ वर्श तक कॅसूल थे।


इन सब होनें के बाद यह पता चला कि एक नए सेनापति होनोरियस कि मदद कर रहे थे। कान्स्टण्टैन आशा कर रहे थे कि उसके सेनापति एडोबेकस वापस आए। एडोबेकस उत्तरी गॉल में फ्रान्क्स के बीच में सैनिकोंका परवरिश कर रहा था। लेकिन एडोबेकस को एक सरल रणनीति से हराया गया। यह सब होने के बावजूद भी कान्स्टण्टैन ने हिम्मत नहीं हारे।

उनहोनें सदा जीतने की कोशिश की। लेकिन उनके अंदर जितने भी आत्मविशवास बाकी था वो सब चूर-चूर हो गया जब अंतिम सैनिकों जो राइन की रक्षा कर रहे थे , कान्स्टण्टैन को चोडकर जोविनस की मदद करने चले। सुरक्षित यात्रा का वादा और लिपिक कार्यालयों के बावजूद कान्स्टानट्न्स ने पूर्व सैनिक को कैद कर लिया और म्रत्यू की सजा दी।

गेरोनशियस ने बाद में आत्मह्त्या किया। कान्स्टण्टैन के म्रत्यु के बाद कबी भी रोमन साम्राज ब्रटैन में नही हुआ।

कान्स्टण्टैन ३ को ब्रटैन में कान्स्टण्टैन २ माना जाता था। उसे ' किंग ऑफ ब्रिटन्स ' नाम से स्मरण किय जाता है।

कान्स्टण्टैन के बारे में उतना जानकारी नही है।