वार्ता:ओझाडीह

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Latest comment: 1 वर्ष पहले by निलेश ओझा in topic ओझाडीह

ओझाडीह[संपादित करें]

एक गांव। इसका इतिहास निलेश ओझा (वार्ता) 12:09, 19 अगस्त 2022 (UTC) ओझाडीहउत्तर दें

यह धनबाद जिले के टुंडी थाना के अंतर्गत एक गांव है।

यह एक शिक्षित और व्यापक गांव है। जिसके मध्य में एक छोटा सा बाजार कलाली मोड़ नामक स्थित है। वर्तमान में इस गांव में ओझा, तिवारी, रजक,रजवार, रक्षित, दास तथा अन्य जातियों के लोग रहते हैं।

ओझाडीह का इतिहास

इस गांव को टुंडी के राजा के पुरोहित आचार्य आसाराम ओझा ने सन् 1776 में राजा के द्वारा दान स्वरूप देने के बाद बसाया।

कहा जाता है कि आसाराम ओझा सबसे पहले कटनिया बांध के नीचे काली मंदिर के सामने एक छोटे से घर में रहा करते थे। किसी कारणवश आसाराम ओझा उस स्थान को छोड़कर जाने लगे राजा को पता चलने के बाद ससम्मान आसाराम ओझा को अपने दरबार में बुलाया तथा घोड़े में बैठकर जितने दूर तक वह घूमते वह क्षेत्र उनका होता, जिसके पश्चात ओझाडीह के साथ गोसाईडीह का कुछ हिस्सा उनके हिस्से में आया।

वर्तमान में इसी गांव से मुखिया मनसू रजक है