शैवाल कवक

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शैवाल कवक जलीय आवासों, क्षीयमाण काष्ठ, आर्द्र तथा सीलन भरे स्थानों अथवा पौधों पर अविकल्पी परजीवी के रूप में पाए जाते हैं। कवक जाल अपटीय तथा बहुकेन्द्रकित होता है। अलैंगिक जनन चलत् अथवा अचलत् बीजाणुरा होता है। ये बीजाणु धानी में अन्तर्जातीय उत्पन्न होते हैं। दो युग्मकों के संलयन से युग्माणु बनते हैं। इन युग्मकों की आकारिकी एक जैसी (समयुग्मकता) अथवा भिन्न (असमयुग्मकी अथवा विषमयुग्मकी) हो सकती है। इसके सामान्य उदाहरण हैं म्यूकर, राइज़ोपस (रोटी के कवक) तथा ऐल्बूगो (सर्सों पर परजीवी कवक) हैं।

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