सदस्य:आर्यावर्त/पुरावार्ता १
सहायता हेतु[संपादित करें]
आर्यावर्त जी प्रणाम, मैं अपने अकाउंट से किसी भी लेख में सन्दर्भ नहीं लगा पा रहा हूँ और इस वजह से मेरे लिखे लेख हटा दिए जाते हैं। मेरे पास कई लेख हैं जिन्हें मैं बनाना चाहता हूँ क्या आप मेरी मदद करेंगे ?
आपका हस्ताक्षर[संपादित करें]
कृपया अपना हस्ताक्षर नये सदस्य नाम के साथ अद्यतन करें।☆★संजीव कुमार (✉✉) 15:16, 22 दिसम्बर 2016 (UTC)
- धन्यवाद संजीव जी। मैने कल ही मेरे हस्ताक्षर मेरे नये सदस्यनाम अनुसार अद्यतन कर लिये है। आपके हस्ताक्षर जैसे कलर के साथ :)-☆★आर्यावर्त (✉✉) 15:49, 22 दिसम्बर 2016 (UTC)
AWB का उपयोग[संपादित करें]
नमस्ते, आपके द्वारा किये जा रहे संपादन बॉट खाते से किये जाएँ तो बेहतर है। AWB का इस तरह से प्रयोग उचित नहीं है। कृपया एक बॉट खाता बना कर पहले बॉट फ्लैग ले लें। --SM7--बातचीत-- 08:33, 25 दिसम्बर 2016 (UTC)
पूर्ण हुआ @SM7: जी, अब बॉट फ्लॅग की ही आवश्यक्ता पूरी करनी बाकी है। :)--☆★आर्यावर्त (✉✉) 11:58, 25 दिसम्बर 2016 (UTC)
- You have run AWB in Gujarati Wiki too without any discussion. Please don't do that. I've notified admins about it. --KartikMistry (वार्ता) 06:30, 27 दिसम्बर 2016 (UTC)
- @SM7:, This user is still not stopping automated edits using AWB in guwiki। Can we stop him completely? --KartikMistry (वार्ता) 08:35, 27 दिसम्बर 2016 (UTC)
- आर्यावर्त जी, यदि आप यह सन्देश देख सकते हों तो, तत्काल अपने ऑटोमेटिक संपादन रोक कर पहले गुजराती विकि पर समुदाय के साथ चर्चा करें। आपका वार्ता पन्ना अंतर-विकि अनुप्रेषित है इसलिए मैंने वहां भी एक सन्देश छोड़ा है। ताकि, अगर आप AWB को ऑटो पे लगा के भूल गये हों तो शायद उससे रुक जाए। --SM7--बातचीत-- 09:14, 27 दिसम्बर 2016 (UTC)
- मैं ओटॉ विकि ब्राउजर को ऑटो पे लगाकर कॉन्फ़रन्स में चला गया था। कार्तिक जी का सन्देश मुझे वोट्सऍप पे मीला था। मैने वहा भी प्रत्युत्तर दिया है।-☆★आर्यावर्त (✉✉) 09:21, 27 दिसम्बर 2016 (UTC)
- User has been blocked in guwiki for automated edits without discussion for 6 months। --KartikMistry (वार्ता) 10:49, 27 दिसम्बर 2016 (UTC)
- @SM7:, This user is still not stopping automated edits using AWB in guwiki। Can we stop him completely? --KartikMistry (वार्ता) 08:35, 27 दिसम्बर 2016 (UTC)
- @आर्यावर्त और KartikMistry: कार्तिक जी पता नहीं आपको हिंदी आती है या नहीं पर आपसे और आर्यावर्त जी से निवेदन है कि गुजराती विकि से संबंधित विवाद की चर्चा यहाँ करना कुछ अधिक उचित नहीं प्रतीत होता।
- और आर्यावर्त जी, आपने बड़ी जिम्मेवारी का काम किया जो AWB ऑटो पे लगा कर कहीं और चले गए। ऊपर यह चर्चा मैंने शुरू ही इसीलिए की थी कि AWB का इस तरह प्रयोग उचित नहीं है। फिर भी आपने बिना समुदाय की सहमति लिए अपने मुख्य खाते से ऑटो पे लगा कर सम्पादन किया, यही नहीं छोड़ के चले भी गये। वाकई !
- अपने को पुराने सदस्य और वरिष्ठ सदस्य के रूप में दिखाने का ही नहीं थोड़ा जिम्मेदारी समझने का भी प्रयास करिए। AWB दिखावे और अपने को काबिल साबित करने हेतु संपादन संख्या बढ़ाने के लिए नहीं है। और जैसा कि आप ऊपर कह रहे हैं कि आप गुजराती विकि के पुराने सदस्य हैं - वहां का चर्चा पन्ना यहाँ अनुप्रेषित करने की क्या जरूरत पड़ गयी? और आपने यहाँ अपनी सारी पुरानी वार्तायें कहाँ रखी हुई हैं? कृपया यथाशीघ्र अपने वार्ता पन्ने की यह चीजें सुलझाइए। सादर धन्यवाद !--SM7--बातचीत-- 11:48, 27 दिसम्बर 2016 (UTC)
कुछ शीह नामांकन[संपादित करें]
नमस्ते आर्यावर्त जी,
जैसे लेख कहीं से कॉपी पेस्ट प्रतीत हो रहे हैं। इन्हें मूलस्थान की कड़ी के साथ शीह-व6 के तहत नामांकित करें। --SM7--बातचीत-- 07:05, 2 जनवरी 2017 (UTC)
कामदेव पृष्ठ पर गलत जानकारी है उस पृष्ठ को हटाया जाना चाहिए। मैंने उसपर कार्यवाही की तो पता चलता है विकिपीडिया पर सिर्फ प्रबंधकों का हुक्म चलता है। मैं सिर्फ ये जानना चाहता हूँ क्या कामदेव पृष्ठ को हटाया जाएगा या नहीं क्योंकि वहाँ गलत जानकारी है तथा मनोज से उस पृष्ठ को जबरन रिडायेक्ट किया गया है। अगर काम देव पृष्ठ को नहीं हटाया गया तो मैं हमेशा के लिए विकिपीडिया छोड दुंगा क्योंकि यहाँ सिर्फ कुछ लोगों की तानाशाही चलती है जैसा वो चहाते हैं वैसा होता है पहले आपने कहा था कि मेरा बनाया पृष्ठ मनोज (ब्रज फिल्म कलाकार) नहीं हटेगा परन्तु किसी ने उसे हटा दिया। आप बस ये बताएं कि कामदेव पृष्ठ हटेगा या नहीं। MANOJ JAAT (वार्ता) 11:01, 20 मार्च 2017 (UTC)
विकिपीडिया:स्वतः_परीक्षित_अधिकार_हेतु_निवेदन#j ansari[संपादित करें]
@आर्यावर्त: जी कृपया यह अपनी राय देँ विकिपीडिया:स्वतः_परीक्षित_अधिकार_हेतु_निवेदन#j ansari (जसीम अली अंसारी (वार्ता) 13:35, 9 जनवरी 2017 (UTC))
वार्ता[संपादित करें]
@आर्यावर्त: जी मुझे वतायेँ की लेख चेरामन जुमा मस्जिद पर किया कमी है विस्तार से वतायेँ।(जसीम अली अंसारी (वार्ता) 11:58, 12 जनवरी 2017 (UTC))
- @J ansari: जी,
- लेख में एक भी सन्दर्भ नहीं है। जोड़ें। सन्दर्भ कैसे जोड़ना है ये जानने के लिए विकिपीडिया:स्वशिक्षा/सन्दर्भ देखें।
- लेख में एक भी श्रेणी नहीं हैं। लेख को उचित श्रेणीयों में डालें। सभी मस्जिदो के लेखो के लिए समान श्रेणी बना सकते है।
- अरबी पाठ को () में लिखें।
- अंग्रेज़ी विकि के लेख में से आप इस लेख में और जानकारी डालकर विस्तार कर सकते है।
- आप इन्हे भी देखें, बाबरी कडियाँ जैसे अनुभाग भी जोड़ सकते हैं।
ये जानकारी टू ध पॉइन्ट है, बाद में विस्तार से लिखूँगा।--☆★आर्यावर्त (✉✉) 12:21, 12 जनवरी 2017 (UTC)
[संपादित करें]
Hello! The Wikimedia Foundation is asking for your feedback in a survey. We want to know how well we are supporting your work on and off wiki, and how we can change or improve things in the future.[1] The opinions you share will directly affect the current and future work of the Wikimedia Foundation. You have been randomly selected to take this survey as we would like to hear from your Wikimedia community. To say thank you for your time, we are giving away 20 Wikimedia T-shirts to randomly selected people who take the survey.[2] The survey is available in various languages and will take between 20 and 40 minutes.
You can find more information about this project. This survey is hosted by a third-party service and governed by this privacy statement. Please visit our frequently asked questions page to find more information about this survey. If you need additional help, or if you wish to opt-out of future communications about this survey, send an email to surveys@wikimedia.org.
Thank you! --EGalvez (WMF) (talk) 22:01, 13 जनवरी 2017 (UTC)
- ↑ This survey is primarily meant to get feedback on the Wikimedia Foundation's current work, not long-term strategy.
- ↑ Legal stuff: No purchase necessary. Must be the age of majority to participate. Sponsored by the Wikimedia Foundation located at 149 New Montgomery, San Francisco, CA, USA, 94105. Ends January 31, 2017. Void where prohibited. Click here for contest rules.
AWB[संपादित करें]
नमस्कार आर्यावर्त जी! AWB कैसे प्रयोग करते हैं। क्या आप मुझे बता सकते हैं। --जूनियर एनटिआर (वार्ता) 12:47, 15 जनवरी 2017 (UTC)
- नमस्ते @जूनियर एनटिआर: जी, आप को इस विषय की प्राथमिक जानकारी यहाँ मिल जाएगी।--☆★आर्यावर्त (✉✉) 14:37, 15 जनवरी 2017 (UTC)
- जानकारी के लिए धन्यवाद आर्यावर्त जी! --जूनियर एनटिआर (वार्ता) 15:31, 16 जनवरी 2017 (UTC)
- नमस्ते @जूनियर एनटिआर: जी, आप को इस विषय की प्राथमिक जानकारी यहाँ मिल जाएगी।--☆★आर्यावर्त (✉✉) 14:37, 15 जनवरी 2017 (UTC)
आपका हस्ताक्षर[संपादित करें]
नमस्ते आर्यावर्त जी, आपने अपने हस्ताक्षर को संजीव जी के हस्ताक्षर जैसा बनाया है जिसके कारण जब आप दोनों क्रम से टिप्पणियाँ लिखते हैं तो समझ में नहीं आता कि कौन सी टिप्पणी किसकी है। हो सके तो कम से कम इसका रंग इत्यादि कुछ बदल लें जिससे भ्रम से बचा जा सके। --SM7--बातचीत-- 05:44, 16 जनवरी 2017 (UTC)
भारत तथा सामूहिक विनाश के हथियार[संपादित करें]
आज मे आपसे बहुत नाराज हु आपने भारत तथा सामूहिक विनाश के हथियार के redirect कर दिया जिससे मेरी सारी मेहनात पर पानी फिर गया। मे १ घन्टे से अनुबाद कर रहा था।--जयप्रकाश >>> वार्ता 15:29, 31 जनवरी 2017 (UTC)
- ओह। आपके सम्पादन सहेजे नहीं गये औरवपरेशानी हुई तो इसके लिए क्षमाप्रार्थी हूँ। मुझें ये पता नहीं था कि आप ड्राफ्ट लिख रहे होंगे। शीर्षक में तथा शब्द देखकर ही मैं लेख पर गया और लेख के विषय की जाँच की और विषय बदला। एसे अनुवाद करने के लिए अनुवाद साधन का उपयोग करीये। इसमें सभी सम्पादन स्वत: सहेजे जाते है। सन्दर्भ भी स्वत: लग जाते है।--☆★आर्यावर्त (✉✉) 15:44, 31 जनवरी 2017 (UTC)
मनोज[संपादित करें]
भईया आर्यावर्त प्रणाम। हम एक लेख बना रहे हैं जिसका शीर्षक है मनोज। कृपया आप हस्तक्षेप न करें। धन्यवाद। Josi Hasi (वार्ता) 10:48, 3 फरवरी 2017 (UTC)
- मनोज उर्फ @Josi Hasi: जी, सदस्य:मनोज जाट से आप ये लेख बनाने का प्रयत्न कर चूके है और ये खाते से भी वही प्रयत्न हो रहे है। ये लेख जो आप बनाना चाहते है साफ प्रचार की श्रेणी में आता है और विकिपीडिया पे इस तरह के लेख नहीं बनाए जा सकते एसी नीति है। अत: आपसे विनती है कि इस तरह के सम्पादन अलग अलग खातों या आईपी से करना रोक दें अन्यथा आपके सभी खाते और आईपी पतों को अवरोधित किया जा सकता है। सादर।--☆★आर्यावर्त (✉✉) 11:22, 3 फरवरी 2017 (UTC)
मैं अपने ऊपर लेख नहीं बना रहा आर्यावर्त जी, मैं ब्रजभाषा के कलाकार मनोज (जो मैं नहीं हूं) के ऊपर एक हिन्दी लेख बना रहा था। मेरा नाम मनोज जाट है परन्तु मनोज (कलाकार) अलग हैं मैं वो नहीं हूं। बार बार मेरे उस लेख को मेरा निजी लेख समझ कर हटा दिया जाता है। मैं दुखी होकर ऐसा विरोध करने लगा। कृपया उचित मार्गदर्शन करें। MANOJ JAAT (वार्ता) 06:38, 9 मार्च 2017 (UTC)
- @MANOJ JAAT: जी, आप ये कलाकार नहीं है तो अवश्य बना सकते है। कलाकार का नाम मनोज आचार्य है?--☆★आर्यावर्त (✉✉) 06:54, 9 मार्च 2017 (UTC)
धन्यवाद। आर्यावर्त जी, मैं आभारी हू आपका और उम्मीद करता हूँ आप आगे भी मार्गदर्शन करते रहेंगे। आपके मुखपृष्ठ पर हुई गलती के लिए क्षमा प्रार्थी हूं, कृपया क्षमा करें। मैं हिन्दी विकिपीडिया पर इसलिए जुड़ा ताकि हिन्दी भाषा में भी विकीपीडिया सरल और आनन्दमय हो क्योंकि हर भारतीय अंग्रेजी नहीं समझ पाता। मैं प्रत्येक हिन्दी भाषी का सम्मान करते हुए हिन्दी विकिपीडिया पर कार्य करुंगा तथा एक ही अकाउंट इस्तेमाल करुंगा। धन्यवाद।। MANOJ JAAT (वार्ता) 07:38, 9 मार्च 2017 (UTC)
Kaka mari mari help karo Sanjeev uncle Raju Jahangir uncle Swapnil karambelkar bhaiya Mne Pareshan kre chhe. तारण (वार्ता) 07:59, 9 जनवरी 2018 (UTC)
अर्थशास्त्र[संपादित करें]
संदेश हिवाळे जी का हाल ही मे किया गया अवतरण १ देखे। महात्मा गांधी जी का नाम गायब। --जयप्रकाश >>> वार्ता 20:56, 4 फरवरी 2017 (UTC)
इस सप्ताह का सुधार हेतु लेख (सप्ताह 6, 2017)[संपादित करें]
वर्ष 2015 सबसे गर्म वर्ष रहा। नासा द्वारा प्रदत चित्र। इस सप्ताह हमने सुधार हेतु निम्नलिखित लेख को चुना है: आएँ, सुधालेख परियोजना में शामिल हों - MediaWiki message delivery (वार्ता) द्वारा संजीव कुमार (वार्ता) 07:53, 6 फ़रवरी 2017 (UTC) की ओर से पोस्ट किया गया • |
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भीमराव अम्बेडकर[संपादित करें]
इस लेख में डॉ॰ आंबेडकर के अन्य नाम के आगे और डॉ॰ भीमराव आंबेडकर ‘.....’ नाम से प्रसिद्ध है, इसमें बाबासाहेब शब्द इस्तेमाल करना चाहिए। जिसे आप बार बार बदलकर भीमराव ही कर रहे है। वास्तविकता से काम करें और गलतियां सूधारें! संदेश हिवाळे (वार्ता) 12:17, 9 फ़रवरी 2017 (UTC)
- @संदेश हिवाळे: जी, आप जिस प्रकार के बदलाव करना चाहते है उसके लिए कृपया ब्लॉग का उपयोग करें। विकिपीडिया इसके लिए योग्य क्षेत्र नहीं है। बार बार एसा करने पर अंग्रेजी विकि की तरह हिंदी विकि पर भी आपको अवरोधित किया जा सकता है।--☆★आर्यावर्त (✉✉) 12:26, 9 फ़रवरी 2017 (UTC)
बेशख मुझे अवरोधित किजिए...। आप सही जा रहे हो...। काश, मैंने जो लिखा है उसपर एक बार आप गौर करते, तब आपको आपकी गलति का अंजाता तो होता। संदेश हिवाळे (वार्ता) 12:41, 9 फ़रवरी 2017 (UTC)
विश्व हिन्दी सम्मलेन वर्तनी सुधार[संपादित करें]
'हिंदी' शब्द की बजाय 'हिन्दी' शब्द का उपयोग करें। कृपया विषय को अन्यथा न लें। सम्पादन युद्ध में न उलझें, इसी कारण कई सम्भावित हिन्दी विकिपीडिया उपयोगकर्ता अपना योगदान देने से हतोत्साहित होते हैं। धन्यवाद! Hemant Dabral (वार्ता) 20:39, 11 फ़रवरी 2017 (UTC)
- @Hemant Dabral: जी, यही बात मैं आपको बताना चाहता हूँ। रोलबैकर का तो काम ही अयोग्य सम्पादनों को रोलबैक करके विकिपीडिया में लेखो की गुणवत्ता को बनाये रखना होता हैं। हिन्दी शब्दरचना प्रचलित हैं किन्तु मानक हिंदी वर्तनी के अनुसार हिंदी मानक वर्तनी है, शुद्ध है और मान्य है। आप उसे हिन्दी में परिवर्तित कर रहे है। हालांकि हिन्दी वर्तनी प्रचलित होने के कारण उसका भी उपयोग हो सकता है किन्तु पुराने लेखो में जहाँ पूर्ण शुद्ध वर्तनी हिंदी का प्रयोग हुआ है उसे बदलकर हिन्दी करने के लिए सम्पादन करना ज्ञानकोशीय नहीं प्रतीत हो रहा है, इसलिए आपके सम्पादनो को पूर्ववत कर दिया गया हैं। विकिपीडिया पर कोई भी योगदान कर सकता है और आपके योगदानो का भी स्वागत है किन्तु गुणवत्ता बनाये रखना भी इतना ही आवश्यक होता है। यहाँ हमारा प्रयास नये योगदानकर्ताओ को प्रोत्साहित करना ही होता है और केवल अमान्य सम्पादनो को ही रोलबैक किया जाता हैं। कृपया गुणवत्ता को बनाये रखने और रखरखाव के कार्य में सहयोग कीजिये।--☆★आर्यावर्त (✉✉) 03:49, 12 फ़रवरी 2017 (UTC)
- मैं यहाँ यह स्पष्ट कर दूँ कि संस्कृतनिष्ठ मानक हिन्दी में इसे हिन्दी लिखा जाता है, हिंदी नहीं। पता नहीं आप मैक्स म्युलर के नासिकीकरण लिप्यान्तरण को ही भ्रमवश मानक हिन्दी मान बैठे हो या नहीं परन्तु मैं आपको यह सलाह दूँगा कि आप हिन्दी विकिपीडिया के मुखपृष्ठ पर जाएँ और फिर मुझे बतायें कि विकिपीडिया का लोगो हिंदी विकिपीडिया दर्शा रहा है या हिन्दी विकिपीडिया।
- @Hemant Dabral: जी, यही बात मैं आपको बताना चाहता हूँ। रोलबैकर का तो काम ही अयोग्य सम्पादनों को रोलबैक करके विकिपीडिया में लेखो की गुणवत्ता को बनाये रखना होता हैं। हिन्दी शब्दरचना प्रचलित हैं किन्तु मानक हिंदी वर्तनी के अनुसार हिंदी मानक वर्तनी है, शुद्ध है और मान्य है। आप उसे हिन्दी में परिवर्तित कर रहे है। हालांकि हिन्दी वर्तनी प्रचलित होने के कारण उसका भी उपयोग हो सकता है किन्तु पुराने लेखो में जहाँ पूर्ण शुद्ध वर्तनी हिंदी का प्रयोग हुआ है उसे बदलकर हिन्दी करने के लिए सम्पादन करना ज्ञानकोशीय नहीं प्रतीत हो रहा है, इसलिए आपके सम्पादनो को पूर्ववत कर दिया गया हैं। विकिपीडिया पर कोई भी योगदान कर सकता है और आपके योगदानो का भी स्वागत है किन्तु गुणवत्ता बनाये रखना भी इतना ही आवश्यक होता है। यहाँ हमारा प्रयास नये योगदानकर्ताओ को प्रोत्साहित करना ही होता है और केवल अमान्य सम्पादनो को ही रोलबैक किया जाता हैं। कृपया गुणवत्ता को बनाये रखने और रखरखाव के कार्य में सहयोग कीजिये।--☆★आर्यावर्त (✉✉) 03:49, 12 फ़रवरी 2017 (UTC)
Hemant Dabral (वार्ता) 04:25, 12 फ़रवरी 2017 (UTC)
- जानकारी देने हेतु धन्यवाद हेमन्त जी। हम @आशीष भटनागर: जी की भी राय लेते है। चर्चा के बाद वर्तनी एकरुपता हेतु न केवल इस लेख किन्तु सभी जगह बॉट से सही वर्तनी को प्रस्थापित कर दिया जायेगा। अत: आप निश्विंत रहीये कि आपका सम्पादन सही है तो उन्हें पुन: स्थापित कर दिया जाएगा। चर्चा करने के लिए धन्यवाद। :) --☆★आर्यावर्त
(✉✉) 04:55, 12 फ़रवरी 2017 (UTC)
अनुस्वार प्रयोग नियमावली[संपादित करें]
नमस्कार सदस्यगण,
- आपके द्वारा उठाया गया मुद्दा हिन्दी में मेरे चहेते विषयों में से एक है। इसका कारण वैज्ञानिक विश्लेषण भी हो सकता है, जो मैं बताता हूं:
- हिन्दी में अनुस्वार (अर्थात अं की मात्रा ं) का प्रयोग करते समय देखा जाता है कि उसके प्रयोग के बाद कौन सा अक्षर आता है, उदाहरणार्थ मंदिर = म + ं +दिर, यहां अनुस्वार के बाद आने वाला अक्षर है द, जो कि द-वर्ग (दवर्ग) का है।
- अब यहां से आगे बढ़ने से पूर्व इसके नियम भी जान लें:
- यदि बाद में आने वाला अक्षर क, ख, ग,... (कवर्ग) में से है, जैसे कंघा, तब क के बाद हम कवर्ग का अंतिम अक्षर ङ आधा या हलन्त के साथ लिखेंगे तथा उसके बाद घ लगायेंगे, जैसे कङ्घा, या कङ(हलन्त)घा। इसी प्रकार से गंगा=गङ्गा, लङ्का, आदि।
- यदि बाद में आने वाला अक्षर च,छ,ज,... (चवर्ग) में से है, जैसे मंच, तब म के बाद हम ववर्ग का अंतिम अक्षर ञ आधा या हलन्त के साथ लिखेंगे तथा उसके बाद च लगायेंगे, जैसे मञ्च, या मञ(हलन्त)च। इसी प्रकार से चंचल=चञ्चल, पञ्छी, आदि।
- टवर्ग के लिये देखें: ठंडा=ठ+ण(हलन्त)+डा= ठण्डा। उदा० बण्टी, मण्डप, अण्डा, आदि।
- तवर्क के लिये देखें: मंतर = म+न(हलन्त)+तर = मन्तर। उदा० मंत्र, तंत्र, बंता, मन्दिर, चन्द्रमा, आदि।
- पवर्ग के लिये देखें: संपादक = स+म(हलन्त)+पादक= सम्पादक। उदा० पम्प, जम्प, कम्पन, जम्बो, आदि।
- अब कवर्ग से पवर्ग तक तो देख लिया। इसका बाद के अक्षरों का प्रयोग यदि अनुस्वार उपरान्त आता है तो हम अं वाली बिन्दी की मात्रा का प्रयोग करते हैं। उदा० तंवर, संवारना, अंश, आदि।
- जब अंतिम अक्षर में अनुस्वार का प्रयोग हो, तब अं वाली बिन्दी ही लगायी जाती है, जैसे तथ्यों, आदि। इस अको वैज्ञानिक तरीक एसे देखें तो भी आप यदि बोलेंगे तो मुख से स्वतः ही वही अक्षर निकलेगा जिसको ऊपर वर्ग के अंत से लगाया गया है। अतः आप पन्प, बम्दर, मण्दिर, डन्डा को सरलतापूर्वक बोल भी नहीं सकते हैं।
इस प्रकार देखें तो हेमन्त (न कि हेमंत) जी द्वारा प्रयुक्त वर्तनी शुद्धतम है व मानक हिन्दी भी। अब हिंदी का क्या, क्या ये गलत है, इसका उत्तर भी देखिये। अभी तक हम हिन्दी (अर्थात शुद्ध हिन्दी) की बात कर रहे थे, जो कि राष्ट्रभाषा है। इसके अलावा एक अन्य हिन्दी भी है, जो राजभाषा कहलाती है, जिसमें अधिकतम लोगों को हिन्दी लिखने हेतु बढ़ावा देना भी उद्देश्य है। इसके लिये वे हिन्दी को सरलतम स्तर तक ले जाते हैं। तब ऊपर समझाये गए वैज्ञानिक तथ्यों को छोड़कर मात्र अनुस्वार की बिन्दी लगाकर आगे बढ़ जाने की बात कही गयी है। अतः मानक राजभाषा में हिंदी भी सही है, क्योंकि इसमें तो यदि अनुवाद करते हुए सही शब्द भी न मिले तो केवल लिप्यान्तरण से काम चलाइये, मगर लिखिये हिन्दी में ही:- वाला नियम लागू होता है। इसका बढ़ावा सरकारी कार्यालयों में प्रयोगार्थ किया जाता है, अतः इसमें तो यदि प्रस्ताव शब्द न ध्यान आता हो तो प्रपोज़ भी चलेगा। अतः मेरे विचार से हम हिंदी को गलत तो नहीं कहेंगे, व इसके प्रयोग को भी मना नहीं कर सकते, किन्तु यथासंभव हिन्दी के प्रयोग को बढ़ावा अवश्य देना चाहिये। अब यदि कोई बॉट या AWB की सहायता से बदलना चाहे तो न कोई रोक न कोई प्रशंसा वाली स्थिति बनती है। हां मेरी निजी राय में प्रशंसा का पात्र होगा (कारण मैंने ऊपर दिया ही है न, कि मेरा चहेता विषय है।) शेष जैसा बहुमत एवं सर्वसम्मति बने।
- आशा है मैंने अच्छे से समझा दिया है। आशीष भटनागरवार्ता 11:41, 12 फ़रवरी 2017 (UTC)
- सूचनार्थ: एक अन्य हिन्दी भी है, जो सामान्य बोलचाल में बोली जाती रही है, व जिसमें उर्दु, फारसी, अंग्रेज़ी तथा अन्य निकटवर्ती स्थानीय भाषाओं का समावेश/ मिश्रण होता है; इसको हिन्दुस्तानी कहा जाता है। इसका ब्यौरा फिर कभी आशीष भटनागरवार्ता 11:44, 12 फ़रवरी 2017 (UTC)
- @आशीष भटनागर: जी, आपने बहुत ही अच्छी तरह से समझाया और सब संशय दूर हो गये। आपकी छत्रछाया में अब हमारी हिन्दी में निखा़र आयेगा। उक्त लेख में हेमन्त जी के बदलावो को स्थापित कर दिया है और कल बॉट चलाकर सभी लेखो में वर्तनी एकरुपता हेतु हिन्दी कर दूँगा।--☆★आर्यावर्त (✉✉) 14:55, 12 फ़रवरी 2017 (UTC)
- आर्यावर्त जी, बॉट चलाकर इतना बड़ा बदलाव बिना चौपाल पर चर्चा किये बिना नहीं करियेगा।--पीयूष सदस्य:हिंदुस्थान वासी (वार्ता) 15:40, 12 फ़रवरी 2017 (UTC)
- जी, पीयूष जी।--☆★आर्यावर्त (✉✉) 16:03, 12 फ़रवरी 2017 (UTC)
- हां, ये अवश्य ध्यान रखें, कि जो बदलाव पूरे हिन्दी विकि को प्रभावित करने वाला हो, उसके लिये सदा ही सम्मति ले लीजिये चौपाल पर, तब जैसा निर्णय हो वैसा कीजिये। ये आपको भविष्य के किसी भी विवाद से बचा लेगा। वैसे मेरी राय में पूर्व के हिंदी को हिन्दी ही रहने दें तो भी चलेगा, भविष्य के लिये नीति अवश्य तय कर ली जानी चाहिये।आशीष भटनागरवार्ता 04:08, 13 फ़रवरी 2017 (UTC)
- जी, पीयूष जी।--☆★आर्यावर्त (✉✉) 16:03, 12 फ़रवरी 2017 (UTC)
- आर्यावर्त जी, बॉट चलाकर इतना बड़ा बदलाव बिना चौपाल पर चर्चा किये बिना नहीं करियेगा।--पीयूष सदस्य:हिंदुस्थान वासी (वार्ता) 15:40, 12 फ़रवरी 2017 (UTC)
- @आशीष भटनागर: जी, आपने बहुत ही अच्छी तरह से समझाया और सब संशय दूर हो गये। आपकी छत्रछाया में अब हमारी हिन्दी में निखा़र आयेगा। उक्त लेख में हेमन्त जी के बदलावो को स्थापित कर दिया है और कल बॉट चलाकर सभी लेखो में वर्तनी एकरुपता हेतु हिन्दी कर दूँगा।--☆★आर्यावर्त (✉✉) 14:55, 12 फ़रवरी 2017 (UTC)
देखें: वर्तनी मानक शीर्षक[संपादित करें]
बिरजू महाराज[संपादित करें]
उपरोक्त लेख सुधार कार्य प्रगति पर है। कुछ समय दीजियेगा। --आशीष भटनागरवार्ता 06:53, 13 फ़रवरी 2017 (UTC)
शब्दकोश[संपादित करें]
कृपया आवकार्य का अंग्रेजी अनुवाद करें और हमें अवगत कराएं। इससे हमारा शब्दकोश बढ़ेगा। धन्यवाद।-- ए० एल० मिश्र (वार्ता) 14:09, 16 फ़रवरी 2017 (UTC)
- नमस्ते मिश्र जी, अंग्रेज़ी शब्दकोश के लिए नये शब्द का आविष्कार करना तो मेरे वश की बात नहीं है किन्तुं अंग्रेज़ी में इस शब्द के लिए acceptable, allowable और इनके समानार्थी शब्दों का प्रयोग होता हैं।--☆★आर्यावर्त (✉✉) 02:48, 17 फ़रवरी 2017 (UTC)
- "आपका सुझाव आवकार्य है"यह वाक्य आपने चौपाल में स्तेमाल किया और शायद यह ऐसा इसलिए हुआ कि आप की मातृ भाषा गुजराती है या फिर गुजराती भाषा का प्रभाव है । वास्तव में आवकार्य हिंदी का कोई शब्द ही नहीं है। हिंदी के शब्दों को वाक्य में सम्मिलित करने के पहले उस शब्द का अर्थ समझना भी आवश्यक है चाहें तो गूगल ट्रांसलेट की सहायता ले सकते हैं। गूगल ट्रांसलेशन में शब्दों के कई अर्थ हो सकते हैं लेकिन यह आप पर निर्भर करता है कि उस वाक्य के लिये उपयुक्त शब्द का चयन कैसे करते हैं। acceptable का हिंदी अनुवाद स्वीकार्य है और शायद आप का आशय भी यही है। हम आप के स्नेही हैं। धन्यवाद।-- ए० एल० मिश्र (वार्ता) 03:56, 17 फ़रवरी 2017 (UTC)
- जी सर, ये शब्द का प्रयोग गुजराती में सर्वाधिक होता है। मूल संस्कृत शब्द आय:, आना (जाने का विरोधी शब्द); इनसे आवक शब्द बना और आवक से आवकार्य शब्द का प्रादुर्भाव हुआ। आयात इत्यादि शब्द भी इसी मूल संस्कृत शब्द से बने है। संस्कृत एसी भाषा है जिसमें करोड़ो शब्द हैं और और नये बन सकते हैं। मैं एसा प्रथम व्यक्ति नहीं हूँ जिसने हिन्दी में आवकार्य शब्द का प्रथम बार प्रयोग किया हो। कृपया यहाँ देखें। दूसरी पंक्ति में हमें शेरनी भी आवकार्य है पर हिरनी नहीं। एसा वाक्य प्रयोग है। यहाँ लेख की अंतिम पंक्ति में आपको आवकार्य शब्द मिलेगा। उम्मीद है कि आपके व्यक्तिगत शब्दकोश में ये नया शब्द जूड़ गया होगा।--☆★आर्यावर्त (✉✉) 06:01, 17 फ़रवरी 2017 (UTC)
- हम आप के तर्क से सहमत है कि अन्य स्थानों में भी आवकार्य शब्द प्रयुक्त हुआ है। हम इस तथ्य से अवगत हो गए कि यह शब्द गुजराती भाषा का मूल शब्द है और शायद इसीलिए आवकार्य शब्द का अंग्रेजी भाषा में अनुबाद नहीं होता है।अभी तक हिंदी खड़ी बोली में आवकार्य शब्द प्रयुक्त नहीं हो रहा है । धन्यवाद।-- ए० एल० मिश्र (वार्ता) 11:34, 17 फ़रवरी 2017 (UTC)
पीटर मैन्सफील्ड[संपादित करें]
आपके बॉट खाते ने पीटर मैन्सफील्ड लेख में अन्य लेखों की कम कड़ियाँ होने का टैग चिपका दिया। १० से अधिक लेखों में इस लेख की कड़ी जुड़ी है जबकि लेख में भी १० से अधिक लेखों की कड़ियाँ जुड़ी हुई हैं। मैं आपके ऐसा टैग लगाने का मानदण्ड जानना चाहता हूँ।☆★संजीव कुमार (✉✉) 14:52, 19 फ़रवरी 2017 (UTC)
Your feedback matters: Final reminder to take the global Wikimedia survey[संपादित करें]
(Sorry for writing in English)
Hello! This is a final reminder that the Wikimedia Foundation survey will close on 28 February, 2017 (23:59 UTC). The survey is available in various languages and will take between 20 and 40 minutes. Take the survey now.
If you already took the survey - thank you! We won't bother you again.
About this survey: You can find more information about this project here or you can read the frequently asked questions. This survey is hosted by a third-party service and governed by this privacy statement. If you need additional help, or if you wish to opt-out of future communications about this survey, send an email through EmailUser function to User:EGalvez (WMF). About the Wikimedia Foundation: The Wikimedia Foundation supports you by working on the software and technology to keep the sites fast, secure, and accessible, as well as supports Wikimedia programs and initiatives to expand access and support free knowledge globally. Thank you! --EGalvez (WMF) (talk) 19:39, 21 फ़रवरी 2017 (UTC)
डॉ.बाबासाहेब अम्बेडकर मराठवाडा विश्वविद्यालय[संपादित करें]
सदस्य आर्याजी आपसे विनंती है कि आप http://bamua.digitaluniversity.ac/ इस वेबसाईट को जरूर देखे। मै औरंगाबाद स्थित हुं और इस विश्वविद्यालय के नाम से परिचित हुं। कृपया आप से अनुरोध है कि मेरा संपादन वेबसाईट देखकर बदले. http://bamua.digitaluniversity.ac/ Salveramprasad (वार्ता) 13:50, 23 फ़रवरी 2017 (UTC)
- @Salveramprasad: जी, आप जहाँ इस जालस्थल की कड़ी ड़ाल रहे है इस तरह से लेख के बिच में केवल और केवल विक्पीडिया के लेखों को ही कडी़बद्ध किया जाता है। पृष्ठ के अंत में बाहरी कड़ियाँ नाम के विभाग में कुछ मर्यादा में बाहरी कड़िया होती है लेकिन वोह लेख में पूरक होनी चाहिये। इस विश्वविद्यालय आंबेडकर जी के नाम से है इसका मतलब ये नहीं कि इसकी कड़ी लेख में होनी चाहिए। आंबेडकर जी के नाम से बहोत से संस्थान हैं जिनमें से एक ये है।--☆★आर्यावर्त (✉✉) 15:08, 23 फ़रवरी 2017 (UTC)
- मूल विषयसे न हटे। उपरोक्त विश्वविद्यालय का नाम क्या है। यह अधिकृत विश्वविद्यालय कि दी हुई कडी देखकर सुनिश्चित करे। Salveramprasad (वार्ता) 15:19, 23 फ़रवरी 2017 (UTC)
- जी मैं आपको यहीं बता रहा हूँ कि आंबेडकर जी के नाम से है इसका मतलब ये नहीं कि इसकी कड़ी लेख में होनी चाहिए। ये विश्वविद्यालय का जालस्थान है ना कि आंबेडकर जी का।--☆★आर्यावर्त (✉✉) 15:26, 23 फ़रवरी 2017 (UTC)
- @आर्यावर्त: जी, बाबासाहब आंबेडकर जी के नाम से अनेक विश्वविद्यालय तथा संस्था है, और उपरोक्त विश्वविद्यालय का नाम बाबासाहाब के नाम से है इस आपके अज्ञान को दूर करणे हेतू मैने बहारी कडी संदर्भ मे जोडी गई है. मै उसी विश्वविद्यालय मै पढा हुं. और विश्व विद्यालय का जालस्थाल बाबासाहाब आंबेडकर का नाम विश्वविद्यालय को होने कि वजहसे तयार हुवा है.
मूल प्रश्न यह है कि आप जालस्थाल देखकर सुनिश्चित करे. Salveramprasad (वार्ता) 15:40, 23 फ़रवरी 2017 (UTC)
मेरी तरफ से सलाह[संपादित करें]
आर्यावर्त जी नमस्ते, आप अच्छा कर रहे है। बस मैं आपको अपने अनुभव से सलाह देना चाहुँगा कि आप थोड़ा धीरे चले। अच्छी नीयत में बनाये गए किसी लेख को तुरंत नामांकित न करें जैसा आपने हिन्दू सन्त व कानून पर किया। थोड़ा समय (1-2 दिन) लेख को सुधारने के लिये दिया करें। साथ ही आप किसी नियम न मानने वाले के पीछे भी न पड़ा करे। किसी मामले को प्रबंधक सूचनापट पर रखा करे।--पीयूष सदस्य:हिंदुस्थान वासी (वार्ता) 16:36, 23 फ़रवरी 2017 (UTC)
- नमस्ते पीयूष जी, धन्यवाद। आप तो बर्बरता से लड़ने वाले सब से पुराने योद्धा है या तो सेनापति है। दर असल जिस लेख का जिक्र आपने यहाँ किया है उसके बारे में विकिपीडिया के व्हाट्सएप दल पर चर्चा हुई थी और हहेच नामांकित करने का निर्णय लिया गया था। प्रबंधक सुचनापट में ड़ालने से पूर्व इस दल में चर्चा हो जाती है जिसमें शायद आप सम्मिलित नहीं है क्योंकि जब ये व्हाट्सएप दल बना तब कुछ लम्बे काल तक आप सक्रिय नहीं थे। सभी प्रबंधक और सक्रिय पुनरीक्षक भी वहाँ मौज़ूद है और इस प्रकार की चर्चाएँ प्रसूपट की तुलना में यहाँ शीघ्र ही हो जाती हैं।--☆★आर्यावर्त (✉✉) 17:10, 23 फ़रवरी 2017 (UTC)
सुधालेख सूचना[संपादित करें]
इस सप्ताह का सुधार हेतु लेख (सप्ताह 9, 2017)[संपादित करें]
नमस्ते, आर्यावर्त जी।
इस सप्ताह हमने सुधार हेतु निम्नलिखित लेख को चुना है: आएँ, सुधालेख परियोजना में शामिल हों - MediaWiki message delivery (वार्ता) 08:38, 27 फ़रवरी 2017 (UTC) द्वारा पोस्ट किया गया • |
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शीह नामांकन[संपादित करें]
- मणिपुर का इतिहस इसे सदस्य अनुरोध के तहत नामांकित कर सकते थे।
- आचार्य (बहुविकल्पी) को आपने शीह नामांकित किया है जो किसी मापदंड के दायरे में नहीं आने वाले कारण के द्वारा है। कृपया पुनर्विचार करें। --SM7--बातचीत-- 18:46, 27 फ़रवरी 2017 (UTC)
- नमस्ते @SM7: जी, सुप्रभात।
- नमस्ते @SM7: जी, सुप्रभात।
- आपकी बात सही है, सदस्य अनुरोध के तहत इसका नामांकन हो सकता था।
- ये दूसरे बहुवि पृष्ठ के लिए मुझे शीह में कोई उचित मापदंड नहीं मिला। पृष्ठ बहुवि के नाम से हा किन्तु उसमें किसी भी लेख की कड़ी नहीं हैं। आप परीक्षण पृष्ठ मानकर भी हटा सकते हैं।--☆★आर्यावर्त (✉✉) 03:00, 28 फ़रवरी 2017 (UTC)
en:51826 Kalpanachawla- के अनुसार इस 51826 कल्पनाचावला चार लाइन लिखे दें तो यह हटाने लायक नहीं रह जाएगा। --SM7--बातचीत-- 19:15, 1 मार्च 2017 (UTC)
- क्षमा करें किन्तु लेख में एसा एक वाक्य भी लिखा होता कि जिससे पता चलता कि ये कल्पना चावला का कॉड नंबर है तो शायद एसा नहीं होता। देर आये दुरस्त आये, अभी भी लिख सकते है। तीन बजे के बाद अवकाश मिलेगा।--☆★आर्यावर्त (✉✉) 06:33, 2 मार्च 2017 (UTC)
आपकी टिप्पणी[संपादित करें]
नमस्ते आर्यावर्त जी, आपने विकिपीडिया:पृष्ठ हटाने हेतु चर्चा/लेख/अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार पर एक उत्तेजित करने वाली टिप्पणी की है। कृपया उसका कारण दें। आप उस टिप्पणी में किस महानता की बात कर रहे हैं और आप एक व्यक्तिगत टिप्पणी से क्या सन्देश देना चाहते हैं? आपने मेरे उपर ऐसी व्यक्तिगत टिप्पणी क्यों की? यदि कारण नहीं बताया तो मैं इस मुद्दे को चौपाल पर लेकर जाऊँगा।☆★संजीव कुमार (✉✉) 18:19, 3 मार्च 2017 (UTC)
हहेच समापन[संपादित करें]
नमस्ते आर्यावर्त जी, विकिपीडिया:पृष्ठ हटाने हेतु चर्चा/लेख/शनि की साढ़े साती पर आपने निर्णय लिया है जबकि यह नामांकन हुए दो दिन भी नहीं हुए और नामांकनकर्ता और पृष्ठ निर्माता के अलावा किसी अन्य ने अपनी राय भी नहीं दी है। हालाँकि, मैंने अभी इस लेख को विकिडेटा से जोड़ा ही था और एक संदर्भ में कुछ सुधार भी किया तथा अन्य सन्दर्भ खोज रहा था और इसे हटाने के पक्ष में नहीं हूँ, पर आपकी जल्दबाजी का कारण नहीं समझ में आया। --SM7--बातचीत-- 07:31, 8 मार्च 2017 (UTC)
- नमस्ते @SM7: जी, आप लेख देखेंगे तो पता चल जायेगा कि इसे हटाने का अब कोई कारण नही बचा। हहेच कारण ज्ञानकोशिय है या नहीं ये था जो अब साबित हो गया है। ज्ञानकोशिय लेख बन गया है। ज्यादातर लेखों में चर्चा हेतु समयावधि देनी चाहिये किन्तु यहाँ स्थिति भिन्न है। आशीष जी ने शीघ्रता से बहूत अच्छा लेख बना दिया है। इसी प्रकार कोई पृष्ठ एसा होता है कि शीघ्र हटाने की श्रेणी में आता है किन्तु सदस्य ने हहेच नमांकन किया है तो भी विना विलंब पृष्ठ को हटाया भी जा सकता है। समयावधि का मकसद भी तो यही होता है। मैं एसा मानता हूँ।--☆★आर्यावर्त (✉✉) 09:24, 8 मार्च 2017 (UTC)
इस सप्ताह का सुधार हेतु लेख (सप्ताह 11, 2017)[संपादित करें]
नमस्ते, आर्यावर्त जी।
इस सप्ताह हमने सुधार हेतु निम्नलिखित लेख को चुना है: आएँ, सुधालेख परियोजना में शामिल हों - MediaWiki message delivery (वार्ता) द्वारा SM7 (वार्ता) 12:35, 13 मार्च 2017 (UTC) की ओर से पोस्ट किया गया • |
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विकिपीडिया:सदस्य नाम नीति पर आपके संपादन को वापस करना[संपादित करें]
नमस्ते आर्यावर्त जी, उक्त संपादन को इसलिए वापस किया है क्योंकि, जब किसी प्रस्तावित नीतिगत (या अन्य) मसविदे पर चर्चा चल रही हो तो उसके दौरान अपनी पसंद के बदलाव सीधे मसविदे में ही शामिल करने की बजाय चर्चा में सुझाया जाता है। आशा है आगे से भी यह ध्यान में रखेंगे। धन्यवाद।--SM7--बातचीत-- 11:31, 14 मार्च 2017 (UTC)
- मेरी महेनत विफल गई। फिलहाल समय का अभाव है, प्रास्ताविक मुद्दों को आप ही देखलें।--☆★आर्यावर्त (✉✉) 12:54, 14 मार्च 2017 (UTC)
आंबेडकर जी के योगदान[संपादित करें]
डॉ॰ भीमराव अंबेडकर का भारत के विकास में बडा योगदान रहा है। एक अर्थशास्त्री, समाजशास्त्री, शिक्षाविद् और कानून के जानकार के तौर पर अंबेडकर ने आधुनिक भारत की नींव रखी थी।
ऐसा आंबेडकर जयंती लेख में लिखा है, अब इससे तो आपत्ती नहीं है? और आपने हटाये हुए योगदानोॅ का संदर्भ ग्रूप पर भेजता हूँ। मैंने वहां केवल एक ब्लॉक के अलावा भी अन्य तीन श्रेणीयाँ लगाई है, उसे भी तो पढीए। धन्यवाद। आशा अब आप संपादन पूर्ववत नहीं करेंगें। धन्यवाद। संदेश हिवाळे (वार्ता) 05:59, 15 मार्च 2017 (UTC)
इस सप्ताह का सुधार हेतु लेख (सप्ताह 12, 2017)[संपादित करें]
नमस्ते, आर्यावर्त जी।
इस सप्ताह हमने सुधार हेतु निम्नलिखित लेख को चुना है: आएँ, सुधालेख परियोजना में शामिल हों - MediaWiki message delivery (वार्ता) द्वारा SM7 (वार्ता) 18:00, 20 मार्च 2017 (UTC) की ओर से पोस्ट किया गया • |
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ऑटोविकिब्राउज़र जाँच पन्ने पर आपकी समीक्षा[संपादित करें]
नमस्ते आर्यावर्त जी, उपरोक्त जाँच पृष्ठ पर आपने स्वप्निल जी के अनुरोध की समीक्षा किया था और प्रश्न पूछे थे, कृपया उसे पूर्ण करके सूचित करें। आपके द्वारा उठाये गए दोनों बिंदु मुझे समझ में नहीं आये, परन्तु वहाँ कोई टिप्पणी उचित नहीं लगी इसलिए आपके वार्ता पन्ने पर लिख रहा। ऑटोविकिब्राउज़र के प्रयोग में स्वतः परीक्षित अधिकार होने/न होने से क्या आशय है, और इसकी अनुमति के पूर्व कोई इसका प्रयोग कैसे करेगा, ये दोनों बातें स्पष्ट करें। सादर धन्यवाद। --SM7--बातचीत-- 09:42, 24 मार्च 2017 (UTC)
भीमराव आंबेडकर[संपादित करें]
मैं कुछ भी संपादन करू तो आप क्यों बार बार पूर्ववत करते है, मैंने जो संपादन किया उसमें गलत जानकारी क्या है?? आप आंबेडकर के बारे में नहीं जानते यही बडी समस्या है!! संदेश हिवाळे (वार्ता) 09:11, 31 मार्च 2017 (UTC) संदेश हिवाळे (वार्ता) 09:11, 31 मार्च 2017 (UTC)
क्यू बार बार आप अपनी गलतियों को नकार देते है? मेरे संपादन झूटे है ये पहले सिद्ध करे फिर उन्हे हटाए। और आंबेडकर विषय आपके बस की बात नहीं है, क्योक्योंकि आप आंबेडकर जी प्राथमिक जानकारी से भी दूर है। आंबेडकर का अपमान करना छोड दिजिए। आपने कहाँ था की, आंबेडकर प्रचारक जानकारी नहीं होना चाहिए तो मैंने वैसा किया किंतु मेरा कुछ भी लिखना प्रचार के में आप क्यू लाते है। जानता हूँ आपको विकि सदस्यों पूरा समर्थन प्राप्त है किंतु आप गलत कर रहे है, जिसे आप समझ नहीं रहे या जानबुझ कर कर रहे है, अगर कोई सत्य जानकारी लिखें तो आपको ऐतराज नहीं होना चाहिए किंतु आपको है। उस लेख में बहुुत सी बातें आपने और आपके साथिओं गलत ढंग से लिखी है। आप भीमराव आंबेडकर लेख में केवल आंबेडकर जी अपमान ही कर सकते है अन्य कुछ भी नहीं..!!! अज्ञानता छोडे और सच्चाई खोंजे, मेरे संपादन के हर शब्द में सच्चाई है, और आपने उसे हटाने में केवल अज्ञानता या आंबेडकरविरोध ही है। आप जैसे लोग हिन्दी विकि को खोकला कर रहे है।
संदेश हिवाळे (वार्ता) 09:43, 31 मार्च 2017 (UTC)
कृपया सत्य को न हटाये !! पहले जाँच करे, मेरे संपादन हटाकर, मुझे गलद और खुद सही समझना केवल मुर्खता है।
संदेश हिवाळे (वार्ता) संदेश हिवाळे (वार्ता) 10:20, 31 मार्च 2017 (UTC)
इस सप्ताह का सुधार हेतु लेख (सप्ताह 14, 2017)[संपादित करें]
{{subst:सुधालेख साप्ताहिक सूचना|1=MediaWiki message delivery (वार्ता) द्वारा SM7 (वार्ता) 02:26, 3 अप्रैल 2017 (UTC)
इस सप्ताह का सुधार हेतु लेख (सप्ताह 14, 2017)[संपादित करें]
नमस्ते, आर्यावर्त जी।
इस सप्ताह हमने सुधार हेतु निम्नलिखित लेख को चुना है: आएँ, सुधालेख परियोजना में शामिल हों - MediaWiki message delivery (वार्ता) द्वारा SM7 (वार्ता) 02:31, 3 अप्रैल 2017 (UTC) की ओर से पोस्ट किया गया • |
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इस सप्ताह का सुधार हेतु लेख (सप्ताह 15, 2017)[संपादित करें]
राजा रवि वर्मा द्वारा निर्मित अहिल्या का चित्र। इस सप्ताह हमने सुधार हेतु निम्नलिखित लेख को चुना है: आएँ, सुधालेख परियोजना में शामिल हों - MediaWiki message delivery (वार्ता) द्वारा संजीव कुमार (वार्ता) 03:26, 10 अप्रैल 2017 (UTC) की ओर से पोस्ट किया गया • |
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आपके हहेच नामांकन[संपादित करें]
नमस्ते आर्यावर्त जी, मुझे लगता है आप लगातर हहेच नामांकन करने के बजाय Dr. Manavpreet Kaur जी से एक बार उनके वार्ता पन्ने पे बात कर के देख लें। वे शायद किसी परियोजना के रूप में ये लेख बना रही हैं। आप उन्हें सुझाव दे दें कि पर्याप्त उल्लेखनीय लोगों पर ही लेख बनायें। तब तक आप भी उनके बनाये लेखों को हटाने की चर्चा के लिए नामांकित न करें तो अच्छा होगा। इस तरह सीधे बिना बात किये हहेच करने से नए सदस्य हतोत्साहित होते हैं। कृपया अपने कार्य पे विचार करें। धन्यवाद। --SM7--बातचीत-- 17:25, 18 अप्रैल 2017 (UTC)
- नमस्ते, @SM7: जी, मैं आपकी बात से सहमत हूँ। सदस्य १०० दिन में महिलाओं के १०० लेख बनाने की परियोजना के साथ लेख बना रहे है। जहाँ तक नये लेख बनाने की बात है तब तक तो ये बहुत ही अच्छा कार्य हो रहा है किन्तु इसके साथ दूसरे सदस्यों के द्वारा भी सैंकड़ो ऐसे लेख बने है जो उल्लेखनीय नहीं है। मैने सदस्य को व्हाट्सएप पर विकि के दल में व्यक्तिगत तौर पर ये सब बातें समझायी ही है। श्रेणीकरण और भाषा के विषय में भी विस्तार से बताया है। मैं अभी उनके वार्तापृष्ठ पर भी सन्देश छोड़ता हूँ। जहाँ तक उल्लेखनीयता और गुणवत्ता कि बात है हमें आज नहीं तो कल कठोर निर्णय लेना ही पड़ेगा। अभी लेख में हहेच के बदले उल्लेखनीयता की टाग लगा देता हूँ। सदस्यों को उल्लेखनीयता न होने पर लेख हटाया जाता है इसका अहेसास दिलाना भी आवश्यक है।--☆★आर्यावर्त (✉✉) 06:52, 19 अप्रैल 2017 (UTC)
- आजकल मैं आपने गृहनगर में नहीं बल्कि एक लम्बे प्रवास पर हूँ। अतः वाट्स एप समूह की चर्चाएँ नहीं देख सकता और वो वाट्स एप नम्बर आजकल मेरे पास नहीं है। पर जैसा आप कह रहे हैं कि ऐसी चर्चा हुई और Dr. Manavpreet Kaur जी जैसा आपने वार्ता पन्ने पन्ने पे कह रही हैं, आगर आपने उन्हें केवल इसलिए लेख बनाने से मना किया कि उनमें कुछ गलतियाँ हैं या विषय आपको उल्लेखनीय नहीं प्रतीत हुए, तो यह शायद उचित नहीं। और किसी को अनौपचारिक समूह में ऐसी कोई बात न कहें। हर सदस्य का वार्ता पन्ना है, जहाँ आप अपनी बात औपचारिक रूप से लिख सकते हैं। यह "ऑन रेकार्ड" रहता है और सबके सामने भी।
- आप ने जो हहेच नामांकन किये उन्हें उल्लेखनीयता के टैग से बदल रहे हैं यह अच्छी बात है। उल्लेखनीयता को मुद्दा मानकर हहेच करने और उल्लेखनीयता के टैग में अंतर भी आपको समझना चाहिए।
- कठोर निर्णय बहुत अच्छी बात है, पर नए सदस्यों के प्रति आँख मूँदकर नहीं। इससे सदस्य विकिपीडिया ही छोड़ दे, यह कहीं से उचित नहीं। हाँ, जो साफ़ प्रचार कर रहे, कोई काम लगातार बदनीयती से कर रहे, या लगातार उत्पात ही कर रहे उनसे कठोर तरीके से निपटिये।
- आपको याद होगा नेपाली सदस्यों को भागने के बजाय नेपाल में हिंदी विकिपीडिया की पकड़ मजबूत करने जैसे कुछ अजेंडा लिख था आपने भावी सम्मेलन हेतु। सोचिये।
- दूसरी बात, ग़लती समझाने के अन्य तरीके भी हैं। मानवप्रीत जी को गलती मैंने भी दिखाई कि श्रेणी सही से जोड़ें, और मैंने देखा उसके बाद उन्होंने यह सुधार किया भी। मैंने इन लोगों के बनाये लेख देखे हैं, कई ऐसे भी जो हमारे पुनरीक्षकों द्वारा बिना जाँचे छोड़ दिए गए थे और उनमें सुधार भी करने का प्रयास किया है। सुधार करने के बाद उसे उदाहरण के रूप में सदस्य को भी बताया कि इसे देखें और इसके अनुसार आगे ग़लतियाँ न करें। मेरे ख़याल से यह सुझाव देने का सबसे उचित तरीका है। हाँ, आप जानते हैं, मैं महीना पूरा होने पर जो सम्पादन जाँचे बिना छूट रहे होते केवल उनका पुनरीक्षण करता हूँ इसलिए लगभग एक महीना पीछे रहता हूँ।
- कृपया आप भी अपनी कार्यशैली पर पुनर्विचार करें और किसी को वाट्स एप पर कोई चेतावनी जैसा कुछ न कहें। धन्यवाद। --SM7--बातचीत-- 10:47, 19 अप्रैल 2017 (UTC)
- मार्च से सम्पादन और लेख में जाँच रहा हूँ। मैंने भी मानवप्रीत जी के कई लेख जाँचें हैं। उनमें कमियाँ है पर ऐसा थोड़े ही है कि सारे नए लेख 100 प्रतिशत सही होने चाहिये। उसके लिये निर्वाचित लेख की श्रेणी मौजूद है। कृपया आर्यावर्त जी किसी को भी विकिपीडिया से बाहर पुनरीक्षक होने के नाते धमकायें नहीं। ऐसा प्रदर्शित न करे कि आप की राय हम सब की राय है।--हिंदुस्थान वासी वार्ता 12:11, 19 अप्रैल 2017 (UTC)
- कृपया आप भी अपनी कार्यशैली पर पुनर्विचार करें और किसी को वाट्स एप पर कोई चेतावनी जैसा कुछ न कहें। धन्यवाद। --SM7--बातचीत-- 10:47, 19 अप्रैल 2017 (UTC)
- बीच में घुसने के लिये क्षमा। परन्तु धमकायें नहीं इसका क्या अर्थ निकाला जाए सदस्य:हिंदुस्थान वासी महोदय। किसी को कुछ कहना अर्थात् धमकाना हुआ, तो आपको स्मरण होगा कि आपके पूर्व प्रबन्धक नामांकन में क्या हुआ था। सब ने आपके ऊपर भी कठोर शब्द प्रयोग करना और नये सदस्यों को भगा देने का आरोप लगा गया था। फिर आपको बुरा भी लगा था। आपके साथ जो हुआ, वो आप आगे किसी और के साथ करने जा रहे हैं। तब आप पुनरीक्षक थे और आज आर्यावर्तजी हैं। सभी के साथ यही होता है। सब में सद्भावना नहीं होती। आपने मेरा विरोध किया, तो आप मेरे शत्रु हो गये ऐसी धारणा सामान्य होती है। आर्यावर्तजी किसी को धमका नहीं रहे और न सम्पादन करने से रोक रहे हैं। वे केवल उल्लेखनीयता के मुद्दे पर चर्चा कर रहे थे। हेहेच न लगाएँ, शीह न लागायें और सदस्यों से बात न करें, तो पुनरीक्षक अधिकार क्यों दिया जाता है? यहाँ आगे बढने के बाद ये न भूले कि, किसी न किसी ने किसी न किसी को आगे बढाया है। आपके प्रबन्धक के नामांकन के समय आर्यावर्तजी से मेरी बात हुई थी, उन्होंने सद्भावना के साथ समर्थन दिया था। वे भी जानते थे कि आपके साथ जो हुआ था वो अनुचित हुआ था। मैं कुछ दिनों से देख रहा हूँ कि, बात बात पर आर्यावर्तजी से उलझा जाता है। स्वयं को भी समझना चाहिये कि पुनरीक्षण का कार्य कठिन है और यदि इस में कठोरता न की जाये तो विकि-अवकरपात्र बना जायेगा। सब ने टोक टोक कर आर्यावर्तजी का उत्साह ही नष्ट कर दिया है। अब वें निरुत्साहित प्रतीत हो रहे हैं। जब एक सक्रिय पुनरीक्षक निरुत्साहित होता है, तो दूसरे पुनरीक्षक को पहले पता चलता है। क्योंकि उसे दिखता है कि, अब उसे पहले से अधिक कार्य करना पड़ता है। जाकर देखें पिछले एक माह के नये बने लेखों में कितने ही लेख पुनरीक्षित ही नहीं हुए हैँ। क्यों ? क्योंकि उनको बार बार टोका गया। क्षति सब से होती है परन्तु बताने की एक पद्धति होती है, ये नहीं भूलना चाहिये। आज प्रबन्धकगण या उनमें से कुछ ये भूल चुके हैं कि, प्रशंसा सब के सम्मुख करें और परामर्श एकान्त में। क्षमा करें यदि अधिक कह दिया। परन्तु आप सभी से निवेदन है कि, कृपया धैर्य से कार्य करें। सब से अधिक कठिन पुनरीक्षण कार्य है। उसको करने वाले की वैसे ही सहायता करें, जैसे आरक्षक की करते हैं। अस्तु। ॐNehalDaveND•✉•✎ 15:33, 19 अप्रैल 2017 (UTC)
सहनशीलता विकिप्रेम[संपादित करें]
सहनशीलता विकिप्रेम | |
आश्चर्य है कि, नवागन्तुकों को भी विकिप्रेम बाँटे जाते देखा है मैंने, परन्तु आपको अभी तक एक ही विकिप्रेम दिया गया। आपकी पुनरीक्षण क्षमता के साथ साथ आपकी सहनशीलता भी अद्भुत है। कोई प्रोत्साहन नहीं और सभी ओर से विरोध फिर भी आप विकिपीडिया के लिये अविरत कार्य कर रहे हैं। अतः आपके लिये ये सहनशीलता विकिप्रेम। ॐNehalDaveND•✉•✎ 16:29, 19 अप्रैल 2017 (UTC) |
हहेच परियोजना[संपादित करें]
नमस्ते आर्यावर्त जी, कृपया हहेच परियोजना को बन्द करें। आपने बेवजह लोगों के द्वारा निर्मित लेखों को हहेच में डालना आरम्भ कर दिया है। समीक्षा के अन्तर्गत मैंने पाया है कि आपके द्वारा हहेच-नामांकित अधिकतर लेख उन नीतियों के अनुसार अधूरे नहीं हैं जिनके अनुसार आपने उन्हें नामांकित किया है।☆★संजीव कुमार (✉✉) 12:05, 20 अप्रैल 2017 (UTC)
- @संजीव कुमार: जी, क्या आपके द्वारा की गई समीक्ष को अंतिम मना जाएगा। क्या आप विकी के मालिक है। यदि हा तो गुरमेहर कौर की चर्चा को बंद करे। क्यु अभी तक चर्चा चल रही है। वो भी तो आर्यावर्त ने की थी। आज हमे पता चला कि हहेच का अर्थ होता है शीह --जयप्रकाश >>> वार्ता 13:01, 20 अप्रैल 2017 (UTC)
- @संजीव कुमार: जी, बंध कर दिया । धन्यवाद।--☆★आर्यावर्त (✉✉) 13:25, 20 अप्रैल 2017 (UTC)
- @Jayprakash12345: कृपया अपने प्रश्न मेरे/अपने वार्ता पृष्ठ पर लिखें।☆★संजीव कुमार (✉✉) 08:53, 21 अप्रैल 2017 (UTC)
- @संजीव कुमार: जी, बंध कर दिया । धन्यवाद।--☆★आर्यावर्त (✉✉) 13:25, 20 अप्रैल 2017 (UTC)
- @संजीव कुमार: जी, क्या आपके द्वारा की गई समीक्ष को अंतिम मना जाएगा। क्या आप विकी के मालिक है। यदि हा तो गुरमेहर कौर की चर्चा को बंद करे। क्यु अभी तक चर्चा चल रही है। वो भी तो आर्यावर्त ने की थी। आज हमे पता चला कि हहेच का अर्थ होता है शीह --जयप्रकाश >>> वार्ता 13:01, 20 अप्रैल 2017 (UTC)
ख़ालिस्तान कारण दो[संपादित करें]
आपने मेरा संपादन क्या सोचकर किया था। मुझे कारण दो। वह आतंकवादी सगठन नहीं पर वो मुदा आतंकवाद से जुडा है। संपादन हटाने से पूर्व सोच ले करे। इतना कश्मीर अलगव प्रेम ठीक नहीं।--जयप्रकाश >>> वार्ता 13:47, 21 अप्रैल 2017 (UTC)
- @Jayprakash12345: जी, मैं आपसे क्षमाप्रार्थी हूँ। मॉबाईल ब्राउजर में दूसरी जगह क्लिक करने पर किसी तकनिकि कारणों से आपके सम्पादन में वापिस लें वाला बटन दब गया था और इस कारण आपका सम्पादन पूर्ववत हो गया। जिसे तुरंत ही पुन:स्थापित कर दिया गया था।--☆★आर्यावर्त (✉✉) 17:23, 21 अप्रैल 2017 (UTC)
साँचा वार्ता:क्या आप जानते हैं[संपादित करें]
इस पन्ने पर से आप ने मेरा योगदान दो बार हटाया है, बिना कोई कारण बताए। कृपया इसका कारण दे। Dharmadhyaksha (वार्ता) 11:41, 4 मई 2017 (UTC)
- @Dharmadhyaksha: जी, नमस्ते। आपको हुई परेशानी से क्षमाप्रार्थी हूँ किन्तु वहाँ आपने कोई नया अनुरोध जोड़ा होता,पुराने अनुरोधों की समीक्षा की होती तो इसे हटाने की कोई आवश्यकता ही नहीं होती। आपने पुराने नामांकनों के शीर्षकों में बदलाव किये हैं। आप इस प्रकार के बदलाव करना चाहते है तो कृपया पहले चौपाल पर समुदाय से चर्चा करके सभी के अभिप्राय जान लीजिए उसके बाद ही इस प्रकार के बदलाव कीजियेगा। संपादन पूर्ववत करें या ट्विंकल के माध्यम से संपादन पूर्ववत करने में कारण देने का विकल्प होता है किन्तु रोलबैकर को विशेष सुविधा प्राप्त होती है जिसमे वापस लें पर क्लिक करने से सदस्य के संपादन एक ही क्लिक में पूर्ववत हो जाते है। उम्मीद है आपको संतोषजनक प्रत्युत्तर दे पाया होऊंगा। और भी कोई सवाल हो तो आप पूछ सकते हैं। सादर।--☆★आर्यावर्त (✉✉) 04:43, 5 मई 2017 (UTC)
- आपको ध्यान देना चाहिए विकिपीडिया:रोलबैक की इन पंक्तियों पर "रोलबैक का प्रयोग कुछ विशिष्ट दशाओं में ही किया जा सकता है – जो सम्पादक इस स्टैण्डर्ड फ़ीचर का दुरुपयोग करते हैं (उदाहरण के लिए, इसके प्रयोग द्वारा अच्छी नीयत से किये गए संपादनों को वापस करते हैं जबकि वहाँ सामान्यतः सम्पादन सारांश की आवश्यकता हो) उनके रोलबैकर अधिकार वापस लिए जा सकते हैं।" आपके जल्दबाजी में आपने मेरे संपादनों पर ध्यान नहीं दिया। मेरे इन संपादनोंमे २ नए अनुरोध जोडे थे और बाकि संपादनोंसे साँचा वार्ता पर सबसे उपर लिखे निर्देश का पालन किया था "किसी भी नये नामांकन के लिए शीर्षक का चयन तिथि के अनुसार करें। शीर्षक में वो तिथि लिखें जिसको नामांकन किया गया है।" इसका पालन जब बाकि संपादक नहीं कर रहे थे तब आप ने ध्यान देना था। इसका पालन करने हेतु मुझे चौपाल नहीं जाना पडेगा।
आपसे अनुरोध है कि आप स्वयम अब अपने संपादन हटाए। Dharmadhyaksha (वार्ता) 05:15, 5 मई 2017 (UTC)- धन्यवाद @Dharmadhyaksha: जी, आपके दोनों नामांकनों को पुन: स्थापित किय गया हैं। समाचार आदि को तुरंत ही मुखपृष्ठ पर अध्यतन करना होता है अतः वहाँ शीर्षक में दिनांक लिखना अनिवार्य रुपेण आवश्यक होता है। क्या आप जानते हैं में सुझाये गये तथ्य कुछ महिनो के बाद और कभी कभी तो एक साल के बाद भी अध्यतन किया गया हो ऍसा हुआ है। अतः वहाँ शीर्षक में दिनांक बदले लेख का शीर्षक लिखने की नई प्रथा शरु हुई है। आपको इससे कोई समस्या है या आपको लगता है कि शीर्षक में दिनांक ही लिखनी चाहिये तो आप चौपाल पर चर्चा का आरंभ करके अन्य सदस्यों की राय ले सकते हैं।--☆★आर्यावर्त (✉✉) 10:23, 5 मई 2017 (UTC)
- धन्यवाद मेरे नामांकनों को पुन: स्थापित करने के लिये। मै सिर्फ लिखे गये निर्देशानुसार चल रहा था। चौपाल पर जा कर किसी तरीकेको मुझे बदलना नही है। Dharmadhyaksha (वार्ता) 10:59, 5 मई 2017 (UTC)
- धन्यवाद @Dharmadhyaksha: जी, आपके दोनों नामांकनों को पुन: स्थापित किय गया हैं। समाचार आदि को तुरंत ही मुखपृष्ठ पर अध्यतन करना होता है अतः वहाँ शीर्षक में दिनांक लिखना अनिवार्य रुपेण आवश्यक होता है। क्या आप जानते हैं में सुझाये गये तथ्य कुछ महिनो के बाद और कभी कभी तो एक साल के बाद भी अध्यतन किया गया हो ऍसा हुआ है। अतः वहाँ शीर्षक में दिनांक बदले लेख का शीर्षक लिखने की नई प्रथा शरु हुई है। आपको इससे कोई समस्या है या आपको लगता है कि शीर्षक में दिनांक ही लिखनी चाहिये तो आप चौपाल पर चर्चा का आरंभ करके अन्य सदस्यों की राय ले सकते हैं।--☆★आर्यावर्त (✉✉) 10:23, 5 मई 2017 (UTC)
- आपको ध्यान देना चाहिए विकिपीडिया:रोलबैक की इन पंक्तियों पर "रोलबैक का प्रयोग कुछ विशिष्ट दशाओं में ही किया जा सकता है – जो सम्पादक इस स्टैण्डर्ड फ़ीचर का दुरुपयोग करते हैं (उदाहरण के लिए, इसके प्रयोग द्वारा अच्छी नीयत से किये गए संपादनों को वापस करते हैं जबकि वहाँ सामान्यतः सम्पादन सारांश की आवश्यकता हो) उनके रोलबैकर अधिकार वापस लिए जा सकते हैं।" आपके जल्दबाजी में आपने मेरे संपादनों पर ध्यान नहीं दिया। मेरे इन संपादनोंमे २ नए अनुरोध जोडे थे और बाकि संपादनोंसे साँचा वार्ता पर सबसे उपर लिखे निर्देश का पालन किया था "किसी भी नये नामांकन के लिए शीर्षक का चयन तिथि के अनुसार करें। शीर्षक में वो तिथि लिखें जिसको नामांकन किया गया है।" इसका पालन जब बाकि संपादक नहीं कर रहे थे तब आप ने ध्यान देना था। इसका पालन करने हेतु मुझे चौपाल नहीं जाना पडेगा।
स सप्ताह का सुधार हेतु लेख (सप्ताह 19, 2017)[संपादित करें]
नमस्ते, आर्यावर्त जी।
इस सप्ताह हमने सुधार हेतु निम्नलिखित लेख को चुना है: आएँ, सुधालेख परियोजना में शामिल हों - MediaWiki message delivery (वार्ता) द्वारा संजीव कुमार (वार्ता) 11:09, 8 मई 2017 (UTC) की ओर से पोस्ट किया गया • |
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निवदेन[संपादित करें]
कृपया अपना मत प्रदान करे।(द इंडिया (बात ) 07:09, 2 जून 2017 (UTC))
आर्यावर्त जी[संपादित करें]
नमस्कार,मैं आपकी बात को समझ नही पाया कृपया थोड़ी सरल भाषा में मुख्य मुद्दा स्पष्ट करे तो बड़ी कृपा होगी.(द इंडिया (बात ) 02:20, 3 जून 2017 (UTC))
- नमस्ते। विकिपीडिया में कुछ सदस्य ऐसे भी है जो सदस्यों का विश्वास खो चूके होते हैं या विवादित हो। वह नया खाता बनाकर आये, किसी विश्वासु निष्क्रिय सदस्य का नाम देकर अपने आप को वह सदस्य बताकर सदस्यों का विश्वास प्राप्त करे ऐसा हो सकता है। इसलिये ये पुष्टि करना आवश्यक है कि सदस्य जिस पुराने खाते का हवाला दे रहा है वह उनका ही है।--☆★आर्यावर्त (✉✉) 03:13, 3 जून 2017 (UTC)
मैं आपसे वादा करता हूँ कि विकिपीडिया को कोई नुकसान नही करूँगा।आप एक बार मेरा समर्थन तो करके देखिए अगर आपको कभी शिकायत का मौका दिया तो मैं मेरी हिन्दू नही।और मैं आपको यह और अधिकार देता हूं कि अगर मेरे द्वारा एक बार भी इस अधिकार का दुरुपयोग हुआ तो या तो आप मुझसे अधिकार छीन सकते है या फिर मुझे अवरोधित कर सकते है,मैं आपको कुछ नही कहूंगा।यह तो मैं जानता हूं कि चंद्र शेखर नाम वाला खाता मेरा है पर आप थोड़ी मानेगे।अगर कोई ७-८ महिनो बाद वापस विकिपीडिया सम्पादित करने आये और वो पुराना खाते और ईमेल का पासवर्ड भूल जाये तो वो कैसे साबित करेगा कि वही पुराना सदस्य है अगर यह आपके साथ होता तो आप कैसे साबित करते? जरा विचार करके मुझे वापस जबाब दीजियेगा।अगर कुछ ज्यादा बोल गया हूं तो क्षमा करना।धन्यवाद।(द इंडिया (बात ) 03:42, 3 जून 2017 (UTC))
- इसके कई रास्ते हैं:-
- आप मेटा पर जाकर दोनों खाते एक ही व्यक्ति के होने की पुष्टि करवा सकते हैं।
- आपने अपने पुराने खाते से किसी सदस्य से कोई बात की हो (वो सदस्य भी विश्वसनीय होना चाहिये) और वो बात केवल आप दो ही जानते हो तो ऐसी कोई बात बताकर आप पुष्टि कर सकते हैं।
- कुछ समय राह देखिये और सदस्यों के द्वारा आपके और चंद्रशेखर वालें खोतों के सम्पादनों की तुलना की जायेगी। (फिर भी ये १००% साबित नहीं हो पायेगा)
- अपने ईमेल को पुन: प्राप्त करें और समस्या को खतम करे।
रही बात गुरुपयोग की तो मुझे नहीं लगता कि आप रोलबैकर अधिकार का दुरुपयोग करेंगे। बात केवल आप चंद्रशेखर खाते वाले व्यक्ति है या नहीं इस बात की पुष्टि की ही है।--☆★आर्यावर्त (✉✉) 04:07, 3 जून 2017 (UTC)
बात तो आपकी ठीक है पर मुझे संपादन किये हुए ७-८ महीने हो गए है मुझे इतना याद नही की मेने किस सदस्य से कैसी बात की।बाकी आप जैसा समझे, मैंने तो साबित करने की पूरी कोशिश कर दी है।(द इंडिया (बात ) 04:25, 3 जून 2017 (UTC))
- तो आप चंद्रशेखर जी नहीं है!--☆★आर्यावर्त (✉✉) 05:57, 3 जून 2017 (UTC)
- द इंडिया एक सलाह देना चाहुगा। आप मेटा पर यह बात रखे कि आपका पुराने खाते का पासवर्ड खो गया है वहा स्टीवर्ड आप दोनो के आई पी चेक कर लेगे। परन्तू इसका एक नुकसान है कि यदि आपने गुप्त रुप से अन्य खाते भी बनाये होगे तो वह भी पता चल जायेगा। किसी स्टीवर्ड के परिणाम घोषित होते है हम सब आपका समर्थन करने लगेगे।-जयप्रकाश >>> वार्ता 07:19, 3 जून 2017 (UTC)
आर्यावर्त जी मैंने पहले भी आपसे कहा है कि मैं नए मोबाइल डिवाइस का उपयोग कर राह हुँ|(द इंडिया (बात ) 07:33, 3 जून 2017 (UTC))
निवदेन[संपादित करें]
मैं आपसे निवेदन करता हूँ कि आप मुजम्मिल जी पर आरोप मत लगाये, अगर आप मुझ से या मेरे सदस्य नाम से नफरत करते है तो उसमें मेरी क्या गलती है? मेरे द्वारा अगर विकिपीडिया पर कोई नुकसान नही पहुचाया गया है और न ही पहुचाया जायगा।मुजम्मिल जी 2011 से विकिपीडिया पर संपादन कर रहे है और वो एक विश्वनीय सदस्य है।मै जब 2016 में विकिपीडिया पर था तब भी वे एक अच्छे व सक्रिय सदस्य थे और अब भी है।(द इंडिया (बात ) 11:20, 3 जून 2017 (UTC))
अगर आप उनको प्रबंधन के रूप में नही देखना चाहते है तो विरोध कड़ी में अपनी बात रखे। (द इंडिया (बात ) 11:22, 3 जून 2017 (UTC))
क्या मुझे मेरे नामांकन करने या किसी और का नामांकन करने का अधिकार नही है? क्या मेने कोई बर्बरता की है?(द इंडिया (बात ) 11:24, 3 जून 2017 (UTC))
- User:TheINDIA आप से निवेदन है कि ऐसे किसी सदस्य के व्यक्तिगत संवाद पृष्ठ पर नवीन चर्चा का आरम्भ न करें, जो कि पहले से ही यहाँ चल रही है। इस कृत्य से आपकी झुंझलाहट ही प्रदर्शित कर रहे हैं। कृपया अपने पर संयम रक्खें। हि.वि की सभी प्रणाली से एक महिने में आप अवगत तो हो ही चुके हैं, जिस के लिये लोगो को वर्षो लगते हैं। तो आप उस प्रणाली का ध्यान रखते हुए कृपया उस पृष्ठ पर ही चर्चा करें। अस्तु। ॐNehalDaveND•✉•✎ 07:37, 4 जून 2017 (UTC)
- नमस्ते दी इंडिया जी, क्या आप बता सकते हैं कि मैंने उन से नफरत करने वाला कौन सा कार्य किया है? मैंने बस मेरे विचार वहाँ रखे और आप तो मुझ पर आरोप करने लगे। आप जिस भाषा का प्रयोग कर मुझ से बात कर रहे हैं, तो मुझे लगता है मेरा अपमान कर रहे हैं, वो दु:ख पहुंचा रहा है। अगर आप सही है, तो अपने तर्क वहाँ दीजिये। मुझ से पूछने से क्या होगा कि, :''क्या मुझे मेरे नामांकन करने या किसी और का नामांकन करने का अधिकार नही है? क्या मेने कोई बर्बरता की है?'' आप खुद प्रमाणित करें कि आपने ये नहीं किया है। आप नामांकन करने के अधिकारी हैं तो तर्क वहाँ देवें। चर्चा कर सकते हैं। इस प्रकार अयोग्य टिप्पणी करके हि.वि में नफरत की राजनीति आरंभ न करें। सादर।--☆★आर्यावर्त (✉✉) 08:06, 4 जून 2017 (UTC)
- User:TheINDIA आप से निवेदन है कि ऐसे किसी सदस्य के व्यक्तिगत संवाद पृष्ठ पर नवीन चर्चा का आरम्भ न करें, जो कि पहले से ही यहाँ चल रही है। इस कृत्य से आपकी झुंझलाहट ही प्रदर्शित कर रहे हैं। कृपया अपने पर संयम रक्खें। हि.वि की सभी प्रणाली से एक महिने में आप अवगत तो हो ही चुके हैं, जिस के लिये लोगो को वर्षो लगते हैं। तो आप उस प्रणाली का ध्यान रखते हुए कृपया उस पृष्ठ पर ही चर्चा करें। अस्तु। ॐNehalDaveND•✉•✎ 07:37, 4 जून 2017 (UTC)
--माफ कीजिएगा आर्यावर्त जी अगर आपको बुरा लग गया हो तो।मेरा वो मतलब नही था।आप इसके लिए जो भी दण्ड देना चाहे मुझे मंजूर है।अगर आप कहेगे तो मैं विकिपीडिया छोड दुगा,आप बस बडे भाई की तरह आदेश दीजिए।कृपया माफ कर दीजिए ना।आघे से आपको ऐसा कुछ भी नही कहूगा जिससे आपको बुरा लगे।(द इंडिया (बात ) 08:22, 4 जून 2017 (UTC))
निवेदन[संपादित करें]
नमस्कार जी। यह कोई प्रचार नही है। और नही इसमे लेखक की कोई जाकारी है। यह लेख अच्छे समाचारों के सन्दर्भ और म्यूजिक की अच्छी लिंक्स के साथ बना है। इस लेख को कृपया दुबारा हटाया नही जाए। Ashishsharma.in (वार्ता) 04:43, 5 जून 2017 (UTC)
अपनी गलती स्वीकार[संपादित करें]
योगेश जी,
हालांकि आपने हाल में बहुत-सी बातें आपने कही हैं जिनसे मैं असहमत हूँ, पर मुझे स्वीकार करना पड़ेगा कि आपके नामांकन को वापस लेना नैतिक रूप से गलत था क्योंकि यह नामांकनकर्ता सदस्य का एक प्रकार से अपमान है । मैं इस बात के लिए क्षमाप्रार्थी हूँ। --मुज़म्मिल (वार्ता) 11:50, 9 जून 2017 (UTC)
मुखपृष्ठ समाचार में आपका लेख[संपादित करें]
--माला चौबेवार्ता 11:36, 13 जुलाई 2017 (UTC)
- नमस्ते @Mala chaubey: जी, महोदया आप की कोई गलती तो नहीं? मेरा लेख कैसे? न तो मैंने लेख बनाया था और न ही सुझाया था। ये लेख नेहल जी ने बनाया था और समाचार उम्मीदवार में भी उन्होने ही सुझाया था। इस लेख का श्रेय लेनेका मेरा कोई अधिकार नहीं बनता। फिर भी आप का धन्यवाद।--☆★आर्यावर्त (✉✉) 07:19, 14 जुलाई 2017 (UTC)
सन्देश[संपादित करें]
आप इस सूचना को किसी भी समय मिटा सकते है, इसके लिए वार्ता संपादन में जाकर {{सन्देश}} मिटाएँ।
VSR07 (संवाद ) 10:02, 16 जुलाई 2017 (UTC)
दोहरे लेख[संपादित करें]
हिन्दी साहित्य सम्बंधित ये कुछ दोहरे लेख हैं। आप व्याकरण अनुसार और इन साहित्यों के मुल नामानुसार पुनप्रेषित करे तो ठिक होगा।
- कलिकथा वाया बाईपास
- कलि–कथा : वाया बाइपास
- चुका भी हूँ नहीं मैं
- चुका भी हूँ मैं नहीं
- ज़िन्दगीनामा - ज़िन्दा रुख़
- जिन्देगीनामा–जिन्दाय रुख़
- दुश्चक्र में स्रष्टा
- दुष्चक्र में सृष्टा
- नए इलाक़े में
- नये इलाके में
- पद्मावत : संजीवनी व्याख्या
- पद्मावत संजीवनी व्याख्या
- प्रेमचंद : क़लम का सिपाही
- प्रेमचंद: कलम का सिपाही
- मुझे चाँद चाहिए
- मुझे चाँद चाहिये
- मैं वक़्त के हूँ सामने
- मैं वक्त के हूँ सामने
- रस सिद्धांत (विवेचना)
- रस–सिद्धांत
- लोग भूल गए हैं
- लोग भूल गये हैं
- हिम तरंगिणी
- हिमतरंगिनी
यदी आप को इस काम में रूचि न हो तो किसी और जानकार को ये जरुर बताए। साहित्य में रूचि रखनेवाले सदस्य मुझे पता नहीं। Dharmadhyaksha (वार्ता) 09:46, 20 जुलाई 2017 (UTC)
- @Dharmadhyaksha: जी, धन्यवाद। मैं एक दो दिन में कर दूँगा। वैसे विलय वालें साँचे की श्रेणी में आप देखेंगे तो पता छलेगा कि बहुत से ऍसे लेख हैं जिसके विलय का कार्य नहीं हुआ है। पाठ का विलय तो हम कर सक्ते हैं किन्तु कुछ लेखों में इतिहास का भी विलय करना होता है और इसके लिये प्रबंधक अधिकार होना आवश्यक है या तो प्रबंधकों को साथ में रखकर कार्य किया जा सकता है।--☆★आर्यावर्त (✉✉) 09:57, 20 जुलाई 2017 (UTC)
निवेदन[संपादित करें]
कृपया स्वत: परीक्षित अधिकार हेतु निवेदन पर अपना मत स्पष्ट करे।VSR07 (संवाद ) 10:08, 23 जुलाई 2017 (UTC)
कृपया सहायता करे[संपादित करें]
आर्यावत जी में संपादन के लिए "लिप्यंतरण" का उपयोग करता हूँ पर कुछ दिनों से यह काम नहीं कर रहा हैं टाइप करने पर-
"न्nइiल्lएeस्sह्h स्sह्hउuक्kल्lअaअa"
इस तरह लिख कर आ रहा हैं। साथ ही पहले की तरह नीचे दिए गए ऑप्शन भी गायब हो गए हैं, कृपया सहायता करे।Nilesh shukla (वार्ता) 07:16, 9 अक्टूबर 2017 (UTC)Nilesh shukla
- @नीलेश जी, पहले तो आप एकबार पुनः विकि के साइडबार में भाषाएँ लिखा है उसके पास एक चिह्न है उसके ऊपर क्लिक करके इनपुट में लिप्यंतरण ही सिलेक्ट किया हुआ है या नहीं ये चैक कर लीजिए। शायद लिप्यंतरण के बदले और और विकल्प सिलेक्ट हो गया हो। फिरभी समस्या बनी रहे तो आप विंडोज में माइक्रोसॉफ्ट इनपुट टूल और मोबाइल में गूगल इनपुट साधन इनस्टॉल करके हिन्दी में लिख सकते हैं। पहले ये देख लीजिए, समस्या बनी रहे तो बताए। आप वॉट्सऐप का उपयोग कर रहे तो मुझे ईमेल से आपका दूरभाष क्रमांक भेज दीजिये। वहाँ सरलता से आपका समझा सकता हूँ और आपको हिन्दी विकि के दल में भी जोड़ दूंगा।
वैसे अभी ये संदेश आपने कैसे टाइप किया?--आर्यावर्त (वार्ता) 10:05, 9 अक्टूबर 2017 (UTC)
- @आर्यावर्त जी माइक्रोसॉफ्ट इनपुट टूल की सलाह के लिए धन्यवाद यह काम कर रहा हैं, परन्तु लिप्यंतरण ऑप्शन अभी भी काम नहीं कर रहा हैं। जबकि लॉगआउट कर संपादित करने पर पुराने लूकआउट ही आ रहा हैं ओर यह ऑप्शन भलीभाती काम भी कर रहा हैं। वैसे मे राजू जी के माध्यम से हिन्दी विकिमित्र से जुड़ा हुआ हूँ। क्या आप वहाँ हैं। Nilesh shukla (वार्ता) 06:26, 10 अक्टूबर 2017 (UTC) nilesh shukla
कृपया मेरी मदद कीजिए[संपादित करें]
- मुझे आपसे मदद चाहिए कि मैंने ये खाता बनाया है नया मुझे इसे अब हमेशा चलाना है मै अच्छे से संपादन करूंगा पहले मै सदस्य:MadeforU चलाता था पर मैंने अब नया खाता बनाया है जिसे मै अब हमेशा चलाऊंगा तो मै क्या करू अब तो मेरा ये खाता बंद नहीं होगा (sockpuppet) में।
- और मुझे संपादन किए गए लेख को (reverted) करने में असुविधा हो रही है या फिर मै कर नहीं पा रहा हूं कृपया आप मुझे इनकी जानकारी देंगे नमनसंदेश छोड़े! 12:45, 10 अक 04:14, 11 अक्टूबर 2017 (UTC)
आपके लिए एक बार्नस्टार![संपादित करें]
बर्बरता-विरोधी बार्नस्टार | |
हिंदी विकिपीडिया के संरक्षण में आपका योगदान अतुलनीय है। मेरी ओर से बार्नस्टार। कलमकार वार्ता 19:16, 14 नवम्बर 2017 (UTC) |
आपके लिए कपकेक![संपादित करें]
नमस्कार! आज जब आप लॉगैइन करेंगे तो मेरे विकिपीडिया:हिन्दी दिवस संबंधीत ढेरसारे pings मिलेंगे। उन सब के लिये क्षमा। आपके विकिपीडिया:चौपाल पर लिखे विस्तृत विश्लेषण को मैंने पढा नहीं था। इस कारण मैंने कई सारे कथन कर दिए। आपके प्रयासों की सराहना करते हुए ये कपकेक। आशा है कि आप मेरे किसी भी इरादे में किसी तरह का द्वेष है एसा विचार नहीं करेंगे। Dharmadhyaksha (वार्ता) 09:23, 24 नवम्बर 2017 (UTC) |
लेख वर्धक बार्न-स्टार[संपादित करें]
लेख वर्धक बार्न-स्टार | ||
श्री:आर्यावर्त/पुरावार्ता १ को हिन्दी विकिपीडिया में हिन्दी दिवस लेख प्रतियोगिता २०१७ के अन्तर्गत्त लेखवर्धन कर नवीन पल्लव जोड़ने हेतु लेखवर्धक बार्नस्टार से सम्मानित किया जाता है।--आशीष भटनागरवार्ता 05:57, 28 नवम्बर 2017 (UTC) |
आपकी टिप्पणी पर चर्चा[संपादित करें]
नमस्ते आर्यवर्त जी, आपने जयप्रकाश जी के प्रबन्धन नामांकन के परिणाम में आपने चर्चा करना चाहा है और आपने बिना सोचे समझे ही कुछ गलत लिखा है। शायद आपने पढ़ा भी नहीं और चर्चा को समाप्त जयप्रकाश जी ने ही किया है। यदि आप चर्चा चाहते हो तो मेरी गणना में हुई गलती बता दो, मैं उसे सुधारने का प्रयास करूँगा। लेकिन कृपया टिप्पणी अभद्रता करने से बचेंगे तो अच्छा होगा।☆★संजीव कुमार (✉✉) 13:04, 21 दिसम्बर 2017 (UTC)
- धन्यवाद संजीव जी। इसके लिए मैं क्षमाप्रार्थी हूँ। मेरे हिसाब से तो १० समर्थन और २ विरोध हुए थे। तटस्थ मत को नहीं गिना जाता क्योंकि आप उसे गिनते हैं तो विरोध की श्रेणी में हो जाता है, मतलब विरोध का मत समर्थन को काट सकता है। तटस्थ मत समर्थन को नहीं काट सकता। इसलिए तटस्थ मत तटस्थ ही रहता है।--आर्यावर्त (वार्ता) 13:41, 21 दिसम्बर 2017 (UTC)
- नहीं, वहाँ आप नियमावली देखेंगे तो पायेंगे कि "लगभग ८०% बहुमत में समर्थन" अर्थात् कुल मतों का ८०% समर्थन, इसमें यह उल्लेख नहीं है कि तटस्थ को नहीं गिना जायेगा। तटस्थ लोगों ने अपना मत जरूर दिया है अतः उनको विरोध में नहीं गिना जायेगा लेकिन कुल मतों में गिना जायेगा और ८०% समर्थन की शर्त उन्हें कुल मतों में जोड़ने से नहीं रोकती। अतः मैंने १० समर्थन और २ विरोध ही नहीं कुल मतों को गिनना उचित समझा। यदि सदस्यों को इससे ऐतराज हो तो आप चौपाल अथवा किसी भी अन्य स्थान पर चर्चा करके नियम में बदलाव का अनुरोध कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त वहाँ पर समर्थन १० के स्थान पर ११ हैं और मैंने पूरे ११ को गणना में शामिल किया है।
- इसके अतिरिक्त मैं आपको मेरी अन्य गणना से भी अवगत करवा देना चाहूँगा: नियमावली में लिखे अनुसार "समान्यत ४ सक्रिय प्रबंधकों एवं २ विशिष्ट सदस्य के समर्थन" अर्थात् मैं केवल प्रबन्धकों और विशिष्ट सदस्यों के मतों की गणना भी करता हूँ तो इसमें विशिष्ट सदस्य के रूप में मैंने पुनरीक्षकों को चुना। चूँकि अकेले प्रबन्धकों की गणना करने पर एक प्रबन्धक का समर्थन और अन्य प्रबन्धक का विरोध शामिल था अतः मामला केवल ५०% पर था। लेकिन मैंने इस तरह की गणना की सांख्यिकीय त्रुटि कम करने के लिए पुनरीक्षकों को भी इसमें शामिल किया। अब आप ही बतायें कि मैंने क्या गलत किया? यदि आप चाहते हैं कि मैं स्वप्निल जी और सुयश जी को भी इसमें शामिल करूँ (जो नियमावली के अनुरूप नहीं है) तो भी समर्थन ८०% नहीं हो पाता है। अतः इसमें विवाद जैसा कुछ नहीं होना चाहिए।
- इसके अतिरिक्त मैंने आपकी चौपाल की टिप्पणी देखी। उसमें आपने एक सदस्य के इस कारण से आहत होने की बात कही है जिसके अनुसार वो प्रबन्धक नहीं चुने गये। यदि कोई इस बात से आहत होता है तो ऐसे व्यक्ति का मैं भी विरोध करूँगा। हालांकि जयप्रकाश जी के साथ हुई मेरी चर्चा में उन्होंने कहीं भी ऐसा उल्लेख नहीं किया अतः मैं इसे केवल आपकी कल्पना मात्र समझ रहा हूँ।☆★संजीव कुमार (✉✉) 14:39, 21 दिसम्बर 2017 (UTC)
- संजीव जी, चौपाल की टिप्पणी में मैंने व्हाट्सएप सदस्यदल का भी उल्लेख किया है। दल छोड़ने के साथ सदस्य के द्वारा लिखा गया संदेश भी लिखा है। उसके बाद बहुत से सदस्योने ने सदस्य को कॉल करके समझाया भी था। आपने कहाँ की आपके वार्तालाप के समय आहत नहीं थे तो ये जानकर खुशी हुई। किन्तु ये केवल कल्पना नहीं है। बहुत से सदस्य इसके साक्षी है और आहत सदस्य की टिप्पणी, दल छोड़ना, सदस्यों के द्वारा कोल करके उन्हें समझाना ये सब इस बात के प्रमाण हैं।
नियम में लिखा है कि ८०% बहुमत में समर्थन। उसमें ये नहीं लिखा कि तटस्थ मत नहीं गीने जाएंगे किन्तु ये भी नहीं लिखा है कि तटस्थ मत भी गीने जाएंगे। तटस्थ का मतलब ही यहीं होता है कि न समर्थन न विरोध। आप समर्थन को तटस्थ मत से काटते हैं तो मत तटस्थ नहीं रहता, विरोध के पक्ष में चला जाता है।--आर्यावर्त (वार्ता) 18:42, 21 दिसम्बर 2017 (UTC)
- मैं विरोध को नहीं गिनता, मैं तटस्थ को भी नहीं गिनता। ये नोटा नहीं है क्योंकि सदस्य एक ही होता है और उसके लिए हाँ/ना में मतदान होता है। अब मैं समर्थन वालों को समर्थन की गणना में शामिल करता हूँ और उसकी तुलना कुल मतों के साथ करता हूँ। यदि आप तटस्थ का प्रतिशत निकालोगे तो
कुल_तटस्थ_मत/कुल_मत
होगा और इसी तरह विरोध की गणनाकुल_विरोध_मत/कुल_मत
से ही की जायेगी। इसमें तटस्थ मत विरोध की गणना में शामिल नहीं हुये लेकिन इन्हें निरस्थ मत नहीं माना जा सकता। वहाँ मतदान में भाग लेने के बावजूद मत को निरस्थ करना मेरी समझ में नहीं आता। फिर भी आपको नियमावली में बदलाव की इच्छा है तो आप उचित स्थान पर चर्चा आरम्भ कर सकते हैं। - इसके अतिरिक्त यदि सदस्य केवल ८०% मत नहीं प्राप्त करने मात्र से आहत हुआ हो तो मैं इसके लिए क्षमाप्रार्थी हूँ और मैं कुछ भी करने की स्थिति में नहीं हूँ। यह समुदाय का फैसला है और मैं व्यक्तिगत रूप से इसमें कुछ नहीं कर सकता।☆★संजीव कुमार (✉✉) 21:11, 21 दिसम्बर 2017 (UTC)
- ये नोटा नहीं है उनसे भिन्न भी है जैसे नोटा में किसी सदस्य को मत नहीं वाली पद्धति है क्योंकि वहाँ अत्याधिक सदस्यों के बीच प्रतियोगिता है। यहाँ मत न तो समर्थन न विरोध का है। मत निरस्त करने की बात ही नहीं है किन्तु तटस्थ को तटस्थ ही रहने देना चाहिए। समर्थन की गणना में केवल दो ही पक्ष होते हैं, उक्त स्थिति में विरोध और तटस्थ रहने के बीच जो अंतर है वो स्वतः ही गणना के समय अदृश्य हो जाता है। यहाँ समर्थन नहीं किया किन्तु विरोध भी नहीं किया। जब आप गणना समर्थन और असमर्थन के आधार पे ही करते हैं तो ये तीसरा तटस्थ का पक्ष क्यों है? आप तटस्थ को भी गिनो तो विरोध मतलब कि अधिकार न देने के पक्ष में मत और अधिकार देने या न देने दोनों में कोई आपत्ति नहीं वाले तटस्थ मत में कोई अंतर ही नहीं रहता है। शायद इसे मेटा पर ले जाया जाए तो ये नामांकन सफल ही घोषित होता, क्योंकि उनका ककी निजी उद्देश्य नहीं। वैसे भी प्रबंधकों को प्रबंधन अधिकार देने की सत्ता नहीं होती, प्रशासक हो तो बात अलग है। आप भविष्य के प्रशासक पद के उम्मीदवार अवश्य हैं किन्तु प्रशासक उदार हो, सदस्यों को पदोन्नत करने में रुचि रखता हो न कि कानूनी छद्मता से पदोन्नत न हो इसके प्रति झुकाव हो। वरना कोई प्रबंधक नहीं बन पाएगा। इसलिए ये निर्णय स्टुअर्ड के ऊपर ही छोड़ना चाहिए। वहाँ भी नामांकन निरस्त करने का प्रावधान है। नियम के अनुसार प्रबंधक मेटा पर लेकर जाएंगे ऐसा लिखा है। प्रबंधक परिणाम घोषित करेंगे ऐसा नहीं लिखा है। प्रबंधक स्थानिक सदस्य होते हैं और उनकी छद्म रूप से भी कहीं न कहीं व्यक्तिगत मनीषा छुपी हुई हो सकती है। अनिरुद्ध जी वाले नामांकन में तो एक प्रबंधक ने जो किया था आपको ज्ञात है। दूसरे एक प्रबंधक है जो सदस्यों को प्रोत्साहित करने के बदले विरोध करने खड़े हो जाते है।--आर्यावर्त (वार्ता) 01:40, 22 दिसम्बर 2017 (UTC)
- आर्यावर्त जी, आप कोई भी पुराना नामांकन देख सकते हो। तटस्थ मतों की गणना इसी तरह करने की परम्परा रही है और केवल वो ही नामांकन मॅटा पर लेकर जाने की परम्परा रही है जो यहाँ की नियमावली के अनुसार सफल होते हैं। प्रबन्धकों की मंशा होने की बात यदि आपको उचित लगती है तो आप यह चर्चा चौपाल अथवा प्रबन्धक सूचनापट पर करने के लिए स्वतंत्र हो। हालांकि कहीं भी नियमावली का उल्लंघन नहीं हुआ।☆★संजीव कुमार (✉✉) 22:23, 22 दिसम्बर 2017 (UTC)
निवेदन[संपादित करें]
आर्यावर्त जी में अमरीश आपका आभार प्रकट करता हूँ कि आपने मेरे "स्वामी चिन्मयनंद बापू जी" पृष्ठ को चर्चा में रखा। आप से निवेदन है की आप इस पृष्ठ को प्रचार हेतु न माने यह एक प्रयाश है स्वामी जी के कार्यो को उल्लेखित करने का। धन्यवाद Ammy (वार्ता) 10:09, 22 दिसम्बर 2017 (UTC)Amreesh Kumar Aarya
- अमरीश जी, नमस्ते। विकिपीडिया में योगदान देने हेतु और ये संदेश भेजने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद। कृपया चिंता न करें। लेख हटाया नहीं गया है। चर्चा में दूसरे वरिष्ठ सदस्य भी अपनी राय देंगे। उसके बाद निर्णय होगा। अगर रखने योगी है तो उसे अवश्य रखा जाएगा।--आर्यावर्त (वार्ता) 15:09, 22 दिसम्बर 2017 (UTC)
श्रेणी:पृष्ठ जो फ़रवरी 2017 से श्रेणीहीन हैं पृष्ठ को शीघ्र हटाने का नामांकन[संपादित करें]
नमस्कार, आपके द्वारा बनाए पृष्ठ श्रेणी:पृष्ठ जो फ़रवरी 2017 से श्रेणीहीन हैं को विकिपीडिया पर पृष्ठ हटाने की नीति के मापदंड व5 के अंतर्गत शीघ्र हटाने के लिये नामांकित किया गया है।
इसमें वे सभी पृष्ठ आते हैं जिनमें कोई सामग्री नहीं है, और न ही किसी पुराने अवतरण में थी।
यदि यह पृष्ठ अभी हटाया नहीं गया है तो आप पृष्ठ में सुधार कर सकते हैं ताकि वह विकिपीडिया की नीतियों पर खरा उतरे। यदि आपको लगता है कि यह पृष्ठ इस मापदंड के अंतर्गत नहीं आता है तो आप पृष्ठ पर जाकर नामांकन टैग पर दिये हुए बटन पर क्लिक कर के इस नामांकन के विरोध का कारण बता सकते हैं। कृपया ध्यान रखें कि शीघ्र हटाने के नामांकन के पश्चात यदि पृष्ठ नीति अनुसार शीघ्र हटाने योग्य पाया जाता है तो उसे कभी भी हटाया जा सकता है।
--SM7--बातचीत-- 16:03, 22 दिसम्बर 2017 (UTC)
निवेदन[संपादित करें]
नमस्ते आर्यावर्त जी आपने मशीनी अनुवाद के कारण गोकोंग्वेई अभियांत्रिकी महाविद्यालय प्रष्ठ हटाने हेतु चर्चा आरम्भ कि थी. त्रुटि सुधार क्र दिया गया है. कृपया दोबारा जांच कर के प्रष्ठ हटाने के सांचे को हटा दीजिये. धन्यवाद. Shypoetess (वार्ता) 21:26, 24 दिसम्बर 2017 (UTC)
તમારું અસલી નામ શું છે?શું તમને ગુજરાતી આવે છે મારો કહવાનુ મતલબ તમે ગુજરાતી છો?[संपादित करें]
मुझको इनकी जानकारी चाहिए। सम्यक (वार्ता) 12:53, 3 जनवरी 2018 (UTC)
તમારૂ વહુ વહુ આભાર તમે મને વહુ સરસ લાગો છો. तारण (वार्ता) 07:53, 9 जनवरी 2018 (UTC)
सहायता अनुरोध[संपादित करें]
@आर्यावर्त: जी मनोज कुमार पारस लेख में वार्ता पृष्ठ अवरुद्ध है और इसे दोबारा बनाने की अनुमति नहीं है। कृपया इस समस्या का निदान सुझाएं।धन्यवाद--कलमकार वार्ता 05:30, 4 जनवरी 2018 (UTC)
- @कलमकार: जी,नमस्ते। कोई भी प्रबंधक इसे बना सकता है। आप व्यक्तिगत रूप से किसी भी प्रबंधक को अनुरोध कर सकते हैं या प्रबंधक सूचनापट पे भी लिख सकते हैं।--आर्यावर्त (वार्ता) 05:40, 4 जनवरी 2018 (UTC)
शीह अथवा हहेच नामांकन से पहले[संपादित करें]
कृपया किसी लेख/पृष्ठ को शीघ्र हटाने अथवा हटाने हेतु चर्चा के लिए नामांकित करने से पहले लेख का इतिहास अवश्य देख लें। अन्यथा आपका भी समय बर्बाद होगा और अन्य लोगों को भी उन लेखों/पृष्ठों से गुजरना पड़ेगा। उदाहरण के लिए भारिप बहुजन महासंघ के इतिहास में अपने सम्पादनों का अवलोकन करें। इसपर हहेच-नामांकन और बाद में उसी लेख पर शीह-नामांकन, दोनों में कोई भी आवश्यक नहीं था।☆★संजीव कुमार (✉✉) 03:24, 9 जनवरी 2018 (UTC)
- जी संजीव जी। आपकी बात सही है। आगे से ध्यान रखूंगा। सूचित करने के लिए धन्यवाद। :) --आर्यावर्त (वार्ता)|
सहायता अनुरोध[संपादित करें]
नमस्कार आर्यावर्त जी! https://hi.wikipedia.org/wiki/राष्ट्रीय_हिंदी_मेल एक दैनिक अखबार है| कृपया करके इसे आर्टिकल फॉर सबमिशन में कैसे किया जासकता है| मेरा इस अखबार से कोई तलूक नहीं है, फिर भी मैं इसे रोज़ पढता हूँ| इसमें मैं अपना डिस्क्लेमर कैसे डाल सकता हूँ|
- नमस्ते महोदय। आप अपनी टिप्पणी लेख के वार्तापृष्ठ पे लिख सकते हैं।--आर्यावर्त (वार्ता) 20:02, 12 जनवरी 2018 (UTC)
आर्यावर्त जी, यह पेज हटा दिया गया है, कृपया करके हमे सलाह दे की हम कहाँ टिपण्णी कर सकते है| धन्यवाद| Hindiwiki123 (वार्ता) 12:15, 13 जनवरी 2018 (UTC)
- @Hindiwiki123: जी, इसे विकि नीति के अनुरूप न होने के कारण हटा दिया गया है। आप से अनुरोध है कि अब इसे न बनाये और आगे से भी विकि नीति के अनुरूप ही लेख बनाएं। धन्यवाद।--आर्यावर्त (वार्ता) 15:59, 13 जनवरी 2018 (UTC)
- @आर्यावर्त: जी धन्यवाद| कृपया करके यह पेज पूरी तरह से हटा दीजिये| Hindiwiki123 (वार्ता) 15:59, 14 जनवरी 2018 (UTC)