सैगमेनटल ओडॉनटोमैक्सीलरी डिस्प्लेसिया

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से

सैगमेनटल ओडॉनटोमैक्सीलरी डिस्प्लेसिया दांतों की वह समस्या है जिसमे दांतों में दर्द नही होता अपितु दांतों का आकार बढ़ जाता है साधारण आकार से। यह समस्या अक्सर सीधे जबड़े में पाई गई है और इसके होने का कारण अज्ञात है। इस समस्या का प्रभाव दांतों पर देखा जाता है, आसन्न कोमल ऊतक पर और जबड़ो पर। सैगमेनटल ओडॉनटोमैक्सीलरी डिस्प्लेसिया में कभी-कभी जन्म से ही प्रीमोलर दाँत अनुपस्थित होते है और कभी-कभी प्राइमरी दांतों का आकर साधारण दांतों से छोटा होता है। दांतों की यह समस्या बचपन में ही पता लग जाती है। इसमें दांतों के सेग्मेंट्स अत्यधिक बढ़ जाते है हड्डियों के बढने के कारण। और यह ९ साल की उम्र में इसका निदान किया जाता है। [1]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. Miles DA, Lovas JL, Cohen MM., Jr Hemimaxillofacial dysplasia: A newly recognized disorder of facial asymmetry, hypertrichosis of the facial skin, unilateral enlargement of the maxilla, and hypoplastic teeth in two patients. Oral Surg Oral Med Oral Pathol. 1987;64:445–8.